tag:blogger.com,1999:blog-38912160076530896102024-03-29T17:12:18.832+05:30Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल...क्योंकि हिन्दी गानों का मज़ा हिन्दी में ही है :)Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comBlogger4685125tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-64176621285341317232024-03-28T23:14:00.001+05:302024-03-28T23:14:18.327+05:30जिया जिया न जिया - Jiya Jiya Na Jiya (Hariharan, Hazir)Movie/Album: हाज़िर (1992)<br />Music By: हरिहरन <br />Lyrics By: डाॅ. सफ़ी हसन<br />Performed By: हरिहरन, ज़ाकिर हुसैन <br /><br />मरीज़-ए-इश्क़ का क्या है, जिया जिया न जिया<br />है एक साॅंस का झगड़ा, लिया लिया न लिया<br />मरीज़-ए-इश्क़ का क्या है...<br /><br />बदन ही आज अगर तार-तार है मेरा<br />तो एक चाक-ए-गरेबाॅं सिया सिया न सिया<br />मरीज़-ए-इश्क़ का क्या है...<br /><br />ये और बात के तू हर रहे ख़याल में है<br />के तेरा नाम ज़बाॅं से लिया लिया न लिया<br />मरीज़-ए-इश्क़ का क्या है...<br /><br />मेरे ही नाम पे आया है जाम महफ़िल में <br />ये और बात के मैंने पिया पिया न पिया<br />मरीज़-ए-इश्क़ का क्या है...<br /><br />ये हाल-ए-दिल है 'सफ़ी' मैं तो सोचता ही नहीं<br />के क्यूॅं किसी ने सहारा दिया दिया न दिया<br />मरीज़-ए-इश्क़ का क्या है...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-78435766153152067442024-03-28T23:05:00.001+05:302024-03-28T23:05:15.454+05:30खाली है तेरे बिना - Khaali Hai Tere Bina (Hariharan, Bela Shende, Paheli)Movie/Album: पहेली (2005)<br />Music By: एम.एम. कीरावानी<br />Lyrics By: गुलज़ार <br />Performed By: हरिहरन, बेला शेंडे<br /><br />खाली है तेरे बिना दोनों ॲंखियाॅं<br />तुम गए कहाॅं<br />ॲंखियों के आलों में<br />तेरे बिना रात भर<br />जलती है बातियाॅं, यहाॅं<br />खाली है तेरे बिना...<br /><br />डूबता है दिन तो शाम को<br />साए उड़ते हैं तेरी यादें लिए<br />लाख दिन हुए हैं के रात को<br />आधे चाॅंद से तेरी बातें किए<br />याद है क्या तुझे राह की बेरियाँ, वहाॅं<br />ख़ाली है तेरे बिना...<br /><br />एक-एक बात याद है<br />आधी रात के पूरे चाॅंद को<br />जागते हुए भी हूॅं ख़्वाब में<br />चेहरा एक है लेती हूॅं नाम दो<br />रेत के टीलों की सुनती हूॅं बोलियाँ, यहाॅं<br />ख़ाली है तेरे बिना...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-53346352639778292102024-03-28T23:01:00.001+05:302024-03-28T23:01:34.314+05:30ये आईने से - Ye Aaine Se (Hariharan, Kaash)Movie/Album: काश (2000)<br />Music By: हरिहरन<br />Performed By: हरिहरन <br /><br />ये आइने से अकेले में गुफ़्तगू क्या है<br />जो मैं नहीं हूॅं तो फिर तेरे रू-ब-रू क्या है<br /><br />इसी उम्मीद पे काटी है ज़िन्दगी मैंने<br />वो काश पूछते मुझसे कि आरज़ू क्या है<br />जो मैं नहीं...<br /><br />ये रंग-ए-गुल ये शफ़क़ और ये ताबिश-ए-अंजुम<br />तेरा जमाल नहीं है तो चार-सू क्या है<br />जो मैं नहीं...<br /><br />क्यूॅं उनके सामने तुम दिल की बात करते हो <br />जो ख़ुद समझते नहीं दिल की आबरू क्या है<br />जो मैं नहीं...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-28181189052254650322024-03-28T22:45:00.002+05:302024-03-28T22:45:29.220+05:30बाद मुद्दत उन्हें - Baad Muddat Unhein (Jagjit Singh, Chitra Singh, Main Aur Meri Tanhai)Movie/Album: मैं और मेरी तनहाई (1980)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: रोशन नादान<br />Performed By: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह <br /><br />बाद मुद्दत उन्हें देख कर यूँ लगा<br />जैसे बेताब दिल को क़रार आ गया<br />आरज़ूओं के गुल मुस्कुराने लगे<br />जैसे गुलशन में जान-ए-बहार आ गया<br /><br />तिश्ना नज़रें मिली शोख नज़रों से जब<br />मय बरसने लगी जाम भरने लगे<br />साक़िया आज तेरी ज़रूरत नहीं <br />बिन पिए बिन पिलाए खुमार आ गया<br />बाद मुद्दत उन्हें...<br /><br />रात सोने लगी सुबह होने लगी<br />शम्मा बुझने लगी दिल मचलने लगे<br />वक़्त की रोशनी में नहाई हुई<br />ज़िन्दगी पे अजब सा निखार आ गया<br />बाद मुद्दत उन्हें...<br /><br />हर तरफ़ मस्तियाँ हर तरफ़ दिलक़शी<br />मुस्कुराते दिलों में ख़ुशी ही ख़ुशी<br />कितना चाहा मगर फिर भी उठ न सका<br />तेरी महफ़िल में जो एक बार आ गया<br />बाद मुद्दत उन्हें...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-72612435143957789042024-03-28T22:39:00.000+05:302024-03-28T22:39:09.629+05:30कौन आएगा यहाॅं - Kaun Aayega Yahan (Jagjit Singh, Unique)Movie/Album: यूनिक (1996)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: कैफ़ भोपाली<br />Performed By: जगजीत सिंह<br /><br />कौन आएगा यहाॅं, कोई न आया होगा <br />मेरा दरवाज़ा हवाओं ने हिलाया होगा <br />कौन आएगा यहाॅं...<br /><br />दिल-ए-नादाॅं न धड़क, ऐ दिल-ए-नादाॅं न धड़क <br />कोई ख़त ले के पड़ोसी के घर आया होगा <br />कौन आएगा यहाॅं...<br /><br />गुल से लिपटी हुई तितली को गिराकर देखो<br />ऑंधियों तुम ने दरख़्तों को गिराया होगा<br />कौन आएगा यहाॅं...<br /><br />'कैफ़' परदेस में मत याद करो अपना मकाॅं<br />अब के बारिश में उसे तोड़ गिराया होगा<br />कौन आएगा यहाॅं...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-25192873240068216702024-03-24T00:24:00.003+05:302024-03-24T00:24:20.986+05:30अपना ग़म भूल गए - Apna Gham Bhool Gaye (Jagjit Singh, Rare Gems)Movie/Album: रेयर जेम्स (1992)<br />Music By: सी के चौहान<br />Lyrics By: फ़ारूक़ क़ैसर <br />Performed By: जगजीत सिंह <br /><br />अपना ग़म भूल गए तेरी जफ़ा भूल गए<br />हम तो हर बात मोहब्बत के सिवा भूल गए <br />अपना ग़म भूल गए<br /><br />हम अकेले ही नहीं प्यार के दीवाने सनम<br />आप भी नज़रें झुकाने की अदा भूल गए <br />अपना ग़म भूल गए<br /><br />अब तो सोचा है के दामन ही तेरा थामेंगे<br />हाथ जब हमने उठाए हैं दुआ भूल गए<br />हम तो हर बात...<br /><br />शुक्र समझो या इसे अपनी शिकायत समझो<br />तुमने वो दर्द दिया है के दवा भूल गए <br />हम तो हर बात...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-1191034780589430912024-03-24T00:20:00.002+05:302024-03-24T00:20:53.002+05:30क्या बताएँ कि जाॅं गई कैसे - Kya Batayen Ki Jaan Gayee Kaise (Jagjit Singh, Koi Baat Chale)Movie/Album: कोई बात चले (2006)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: गुलज़ार<br />Performed By: जगजीत सिंह <br /><br />क्या बताएँ कि जाॅं गई कैसे <br />फिर से दोहराएँ वो घड़ी कैसे<br />क्या बताएँ कि जाॅं...<br /><br />किसने रस्ते में चाॅंद रखा था<br />मुझको ठोकर वहाॅं लगी कैसे<br />क्या बताएँ कि जाॅं...<br /><br />वक़्त पे पाॅंव कब रखा हमने<br />ज़िन्दगी मुॅंह के बल गिरी कैसे<br />क्या बताएँ कि जाॅं...<br /><br />आँख तो भर गई थी पानी से<br />तेरी तस्वीर जल गई कैसे<br />क्या बताएँ कि जाॅं...<br /><br />हम तो अब याद भी नहीं करते <br />आपको हिचकी लग गई कैसे<br />क्या बताएँ कि जाॅं...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-20138682757231689622024-03-24T00:17:00.002+05:302024-03-24T00:17:57.703+05:30तेरी सूरत जो भरी - Teri Soorat Jo Bhari (Jagjit Singh, Koi Baat Chale)Movie/Album: कोई बात चले (2006)<br />Music By: जगजीत सिंह<br />Lyrics By: गुलज़ार<br />Performed By: जगजीत सिंह <br /><br />तेरी सूरत जो भरी रहती है आँखों में सदा<br />अजनबी लोग भी पहचाने से लगते हैं मुझे<br />तेरे रिश्तों में तो दुनिया ही पिरो ली मैंने<br /><br />एक से घर हैं सभी, एक से हैं बाशिन्दे<br />अजनबी शहर में कुछ अजनबी लगता ही नहीं<br />एक से दर्द हैं, सब एक से ही रिश्ते हैं<br /><br />उम्र के खेल में इक-तरफ़ा है ये रस्साकशी<br />इक सिरा मुझको दिया होता तो कुछ बात भी थी<br />मुझसे तगड़ा भी है और सामने आता भी नहीं<br /><br />सामने आए मेरे, देखा मुझे, बात भी की<br />मुस्कुराए भी पुराने किसी रिश्ते के लिए<br />कल का अख़बार था, बस देख लिया रख भी दिया<br /><br />वो मेरे साथ ही था दूर तक, मगर इक दिन<br />मुड़ के जो देखा तो वो और मेरे साथ न था<br />जेब फट जाए तो कुछ सिक्के भी खो जाते हैं <br /><br />चौदहवें चांद को फिर आग लगी है देखो<br />फिर बहुत देर तलक आज उजाला होगा<br />राख हो जाएगा जब फिर से अमावस होगीPratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-73907408080231362642024-03-24T00:15:00.000+05:302024-03-24T00:15:13.039+05:30ज़िन्दगी क्या है - Zindagi Kya Hai (Jagjit Singh, Koi Baat Chale)Movie/Album: कोई बात चले (2006)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: गुलज़ार<br />Performed By: जगजीत सिंह<br /><br />ज़िन्दगी क्या है जानने के लिए <br />ज़िन्दा रहना बहुत ज़रूरी है<br />आज तक कोई भी रहा तो नहीं<br /><br />सारी वादी उदास बैठी है<br />मौसम-ए-गुल ने ख़ुदकशी कर ली<br />किसने बारूद बोया बागों में<br /><br />आओ हम सब पहन ले आईने<br />सारे देखेंगे अपना ही चेहरा <br />सबको सारे हसीं लगेंगे यहाॅं<br /><br />है नहीं जो दिखाई देता है <br />आईने पर छपा हुआ चेहरा<br />तर्जुमा आईने का ठीक नहीं<br /><br />हमको ग़ालिब ने ये दुआ दी थी<br />तुम सलामत रहो हज़ार बरस<br />ये बरस तो फ़क़त दिनों में गया<br /><br />लब तेरे मीर ने भी देखे हैं<br />पॅंखड़ी इक ग़ुलाब की सी है<br />बातें सुनते तो ग़ालिब हो जाते<br /><br />ऐसे बिखरे हैं रात दिन जैसे<br />मोतियों वाला हर टूट गया<br />तुमने मुझको पिरो के रखा थाPratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-5323901576244822792024-03-24T00:12:00.001+05:302024-03-24T00:12:10.799+05:30फूलों की तरह - Phoolon Ki Tarah (Jagjit Singh, Koi Baat Chale)Movie/Album: कोई बात चले (2006)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: गुलज़ार<br />Performed By: जगजीत सिंह <br /><br />फूलों की तरह लब खोल कभी<br />ख़ुशबू की ज़ुबाॅं में बोल कभी<br /><br />अल्फ़ाज़ परखता रहता है<br />आवाज़ हमारी तोल कभी<br /><br />खिड़की में कटी हैं सब रातें <br />कुछ चौरस और कुछ गोल कभी<br /><br />ये दिल भी दोस्त ज़मीं की तरह<br />हो जाता है डाॅंवा-डोल कभी<br />ख़ुशबू की ज़ुबाॅं...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-43375480954714172392024-03-22T23:33:00.002+05:302024-03-22T23:33:45.913+05:30उसकी बातें तो फूल हों जैसे - Uski Baatein Toh Phool Hon Jaise (Jagjit Singh)Movie/Album: आईना (2000)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: नवाज़ देवबन्दी <br />Performed By: जगजीत सिंह <br /><br />उसकी बातें तो फूल हों जैसे<br />बाक़ी बातें बबूल हों जैसे<br />उसकी बातें तो फूल...<br /><br />छोटी-छोटी सी उसकी वो ऑंखें<br />दो चमेली के फूल हों जैसे<br /><br />उसका हॅंसकर नज़र झुका लेना<br />सारी शर्तें क़ुबूल हों जैसे<br /><br />कितनी दिलकश है उसकी ख़ामोशी<br />सारी बातें फ़िज़ूल हों जैसे<br />उसकी बातें तो फूल हों जैसे...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-53529928253931062902024-03-22T23:30:00.003+05:302024-03-22T23:30:37.750+05:30मुस्कुराकर मिला करो हमसे - Muskurakar Mila Karo Humse (Jagjit Singh, Aaeena)Movie/Album: आईना (2000)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: इब्राहिम अश्क़<br />Performed By: जगजीत सिंह <br /><br />मुस्कुराकर मिला करो हमसे<br />कुछ कहा और सुना करो हमसे<br />मुस्कुराकर मिला करो हमसे<br /><br />बात करने से बात बढ़ती है<br />रोज़ बातें किया करो हमसे<br />कुछ कहा और...<br /><br />दुश्मनी से मिलेगा क्या तुमको<br />दोस्त बनकर रहा करो हमसे<br />कुछ कहा और...<br /><br />देख लेते हैं सात पर्दों में<br />यूँ न पर्दा किया करो हमसे<br />कुछ कहा और...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-80102812094249492982024-03-22T23:27:00.000+05:302024-03-22T23:27:59.030+05:30कायनात चले - Kainat Chale (Jagjit Singh, Koi Baat Chale)Movie/Album: कोई बात चले (2006)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: गुलज़ार <br />Performed By: जगजीत सिंह <br /><br />नज़र उठाओ ज़रा तुम तो कायनात चले<br />है इंतज़ार के ऑंखों से कोई बात चले<br />नज़र उठाओ ज़रा...<br /><br />तुम्हारी मर्ज़ी बिना वक़्त भी अपाहज है<br />न दिन खिसकता है आगे, न आगे रात चले<br />है इंतज़ार के...<br /><br />न जाने ऊॅंगली छुड़ा कर निकल गया है किधर<br />बहुत कहा था ज़माने से साथ-साथ चले<br />है इंतज़ार के...<br /><br />किसी भिखारी का टूटा हुआ कटोरा है<br />गले में डाले उसे आसमाॅं पे रात चले<br />है इंतज़ार के...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-20109086156789197402024-03-22T23:22:00.000+05:302024-03-22T23:22:56.329+05:30सहमा सहमा डरा सा - Sehma Sehma Dara Sa (Jagjit Singh)Movie/Album: कोई बात चले (2006)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: गुलज़ार<br />Performed By: जगजीत सिंह <br /><br />सहमा सहमा डरा सा रहता है<br />जाने क्यूॅं जी भरा सा रहता है <br /><br />इश्क़ में और कुछ नहीं होता<br />आदमी बावरा सा रहता है<br />जाने क्यूॅं जी...<br /><br />एक पल देख लूॅं तो उठता हूॅं<br />जल गया सब ज़रा सा रहता है<br />जाने क्यूॅं जी...<br /><br />चाॅंद जब आसमाॅं पे आ जाए<br />आपका आसरा सा रहता है<br />जाने क्यूॅं जी...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-38101388587749973492024-03-22T23:19:00.002+05:302024-03-22T23:19:21.105+05:30आए हैं समझाने लोग - Aaye Hain Samjhane Log (Jagjit Singh, Chitra Singh)Movie/Album: द अनफॉर्गेटेबल्स (1976)<br />Music By: जगजीत सिंह <br />Lyrics By: कुँवर महेंद्र सिंह बेदी 'सहर'<br />Performed By: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह<br /><br />आए हैं समझाने लोग<br />हैं कितने दीवाने लोग<br />आए हैं समझाने लोग...<br /><br />दैर-ओ-हरम में चैन जो मिलता<br />क्यूँ जाते मयख़ाने लोग<br /><br />जान के सब कुछ, कुछ भी न जाने <br />हैं कितने अनजाने लोग<br /><br />वक़्त पे काम नहीं आते हैं<br />ये जाने पहचाने लोग<br /><br />अब जब मुझको होश नहीं है<br />आए हैं समझाने लोग<br />हैं कितने दीवाने लोग...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-78121130077454539652024-03-12T00:58:00.001+05:302024-03-12T00:58:11.539+05:30मेरा प्यार वो है - Mera Pyar Woh Hai (Mahendra Kapoor, Yeh Raat Phir Na Aayegi)Movie/Album: ये रात फिर ना आएगी (1966)<br />Music By: ओ.पी.नय्यर<br />Lyrics By: एस.एच.बिहारी<br />Performed By: महेन्द्र कपूर<br /><br />मेरा प्यार वो है के, मर कर भी तुमको<br />जुदा अपनी बाहों से होने न देगा<br />मिली मुझको जन्नत तो, जन्नत के बदले<br />खुदा से मेरी जां तुम्हें मांग लेगा<br />मेरा प्यार वो है<br /><br />ज़माना तो करवट बदलता रहेगा<br />नए ज़िन्दगी के तराने बनेंगे<br />मिटेगी न लेकिन मुहब्बत हमारी<br />मिटाने के सौ-सौ बहाने बनेंगे<br />हक़ीकत हमेशा हक़ीकत रहेगी<br />कभी भी न इसका फ़साना बनेगा<br />मेरा प्यार वो है के...<br /><br />तुम्हें छीन ले मेरी बाहों से कोई<br />मेरा प्यार यूँ बेसहारा नहीं है<br />तुम्हारा बदन चांदनी आ के छू ले<br />मेरे दिल को ये भी गँवारा नहीं है<br />कोई भी अगर तुमसे आ के मिले तो<br />तुम्हारी क़सम है मेरा दिल जलेगा<br />मेरा प्यार वो है के...<br />Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-74453608439253522492024-03-12T00:50:00.004+05:302024-03-12T00:50:41.780+05:30ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं - Zindagi Se Badi Saza Hi Nahin (Jagjit Singh)Movie/Album: हंगामा है क्यों बरपा (1985)<br />Music by: जगजीत सिंह<br />Lyrics by: कृष्ण बिहारी 'नूर'<br />Performed by: जगजीत सिंह<br /><br />ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं<br />और क्या जुर्म है पता ही नहीं<br />ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा...<br /><br />इतने हिस्सों में बट गया हूॅं मैं<br />मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नहीं<br />ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा...<br /><br />सच घटे या बढ़े तो सच ना रहे<br />झूट की कोई इंतिहा ही नहीं<br />ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा...<br /><br />जड़ दो चांदी में चाहे सोने में<br />आईना झूठ बोलता ही नहीं<br />ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-30305131178713022732024-03-11T15:15:00.008+05:302024-03-11T15:15:59.176+05:30देखा जो आईना तो मुझे - Dekha Jo Aaina To Mujhe (Jagjit Singh, Chitra Singh)Movie/Album: होप (1991)<br />Music by: जगजीत सिंह <br />Lyrics by: फराग़ रूहवी <br />Performed by: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह <br /><br />देखा जो आईना तो मुझे सोचना पड़ा<br />ख़ुद से न मि<span> </span>ल सका तो मुझे सोचना पड़ा<br /><br />उसका जो ख़त मिला तो मुझे सोचना पड़ा<br />अपना सा वो लगा तो मुझे सोचना पड़ा<br /><br />मुझको था ये गुमाॅं कि मुझ ही में है एक अना<br />देखी तेरी अना तो मुझे सोचना पड़ा<br /><br />दुनिया समझ रही थी कि नाराज़ मुझसे है<br />लेकिन वो जब मिला तो मुझे सोचना पड़ा<br /><br />एक दिन वो मेरे ऐब गिनाने लगा 'फराग़'<br />जब ख़ुद ही थक गया तो मुझे सोचना पड़ा <br />देखा जो आईना...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-57946899513341957432024-03-11T15:12:00.001+05:302024-03-11T15:12:33.589+05:30किसको क़ातिल मैं कहूॅं - Kisko Qaatil Main Kahoon (Jagjit Singh, Sajda)Movie/Album: सजदा (1991)<br />Music by: जगजीत सिंह<br />Lyrics by: अहमद नदीम क़ासमी <br />Performed by: जगजीत सिंह <br /><br />किसको क़ातिल मैं कहूॅं, किसको मसीहा समझूॅं<br />सब यहाॅं दोस्त ही बैठे हैं, किसे क्या समझूॅं<br /><br />वो भी क्या दिन थे के हर वहम यकीं होता था<br />अब हक़ीक़त नज़र आए तो उसे क्या समझूॅं<br />सब यहाॅं दोस्त ही बैठे हैं...<br /><br />दिल जो टूटा तो कई हाथ दुआ को उठे<br />ऐसे माहौल में अब किसको पराया समझूॅं<br />सब यहाॅं दोस्त ही बैठे हैं...<br /><br />ज़ुल्म ये है के है यकता तेरी बेगाना-रवी<br />लुत्फ़ ये है के मैं अब तक तुझे अपना समझूॅं<br />किसको क़ातिल मैं...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-60831406394002456072024-03-11T15:09:00.001+05:302024-03-11T15:09:21.474+05:30किसको आती है मसीहाई - Kisko Aati Hai Masihai (Jagjit Singh, Kahkashan)Movie/Album: कहकशाँ (1991)<br />Music by: जगजीत सिंह <br />Lyrics by: जोश मलीहाबादी<br />Performed by: जगजीत सिंह <br /><br />किसको आती है मसीहाई, किसे आवाज़ दूँ<br />बोल ऐ खूँखार तन्हाई, किसे आवाज़ दूँ<br />किसको आती है मसीहाई...<br /><br />चुप रहूँ तो हर नफ़स डसता है नागन की तरह<br />आह भरने में है रुसवाई, किसे आवाज़ दूँ<br />किसको आती है मसिहाई...<br /><br />उफ़्फ़ ख़ामोशी की ये आहें दिल को बरमाती हुईं<br />उफ़्फ़ ये सन्नाटे की शहनाई, किसे आवाज़ दूँ<br />किसको आती है मसिहाई...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-43264158220919765492024-03-07T21:15:00.000+05:302024-03-07T21:15:04.578+05:30तुझको दरिया-दिली की क़सम - Tujhko Dariya-dili Ki Kasam (Jagjit Singh, Chitra Singh)Movie/Album: यॉर चॉइस (1989)<br />Music by: जगजीत सिंह <br />Lyrics by: सबा अफ़गानी<br />Performed by: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह <br /><br />तुझको दरिया-दिली की क़सम साक़िया<br />मुस्तक़िल दौर पर दौर चलता रहे<br />रौनक-ए-मयक़दा यूँ ही बढ़ती रहे<br />एक गिरता रहे, इक संभलता रहे<br /><br />सिर्फ शबनम ही शान-ए-गुलिस्ताँ नहीं<br />शोला-ओ-गुल का भी दौर चलता रहे<br />अश्क़ भी चश्म-ए-पुरनम से बहते रहे<br />और दिल से धुआँ भी निकलता रहे<br /><br />तेरे कब्ज़े में हैं ये निज़ाम-ए-जहां<br />तू जो चाहे तो सहरा बने गुलसिताँ<br />हर नज़र पर तेरी फूल खिलते रहें<br />हर इशारे पे मौसम बदलता रहे<br />सिर्फ शबनम ही...<br /><br />तेरे चेहरे पे ये ज़ुल्फ़ बिखरी हुई<br />नींद की गोद में सुबह निखरी हुई<br />और इस पर सितम ये अदाएँ तेरी<br />दिल है आख़िर कहाँ तक संभलता रहे<br />सिर्फ शबनम ही...<br /><br />इसमें ख़ून-ए-तमन्ना की तासीर है<br />ये वफ़ा-ए-मोहब्बत की तस्वीर है<br />ऐसी तस्वीर बदले ये मुमकिन नहीं<br />रंग चाहे ज़माना बदलता रहे<br />सिर्फ शबनम ही...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-67100070969389193082024-03-07T21:05:00.000+05:302024-03-07T21:05:04.446+05:30गुदगुदी - Gudgudi (Sunidhi Chauhan, Secret Superstar)Movie/Album: सीक्रेट सुपरस्टार (2017)<br />Music By: अमित त्रिवेदी<br />Lyrics By: कौसर मुनीर<br />Performed By: सुनिधि चौहान<br /><br />अभी-अभी आँखों ने सीखा मटकना<br />अभी-अभी दाँतों ने सीखा चमकना<br />लगता है जैसा अभी-अभी इस दिल ने <br />सीखा दिल से हँसना<br /><br />अभी-अभी बालों ने सीखा है खुलना<br />अभी-अभी दागों ने सीखा है धुलना<br />लगता है जैसा अभी-अभी इस दिल ने<br />सीखा दिल से हँसना<br /><br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगी खिड़कियाँ<br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगी कुर्सियाँ<br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगा है हर नज़ारा<br /><br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगी तितलियाँ<br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगी चिड़ियाँ<br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगा है हर नज़ारा<br /><br />सरफिरी ज़िन्दगी देखो कैसे सताए<br />बैठे-बैठे रुलाए कभी दिल दुखाए<br />हैं मगर धड़कनें मनचली क्या बताएँ<br />छोटी-छोटी सी बातों पे खिलके हँसाए<br />हा हा हा हा<br />अभी-अभी खुशियों ने सीखा छलकना<br />अभी-अभी सीखा कमर ने लचकना<br />लगता है जैसे अभी-अभी इस दिल ने<br />सीखा दिल से हँसना<br /><br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगी बिंदियाँ<br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगी चोटियाँ<br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगा है हर नज़ारा<br /><br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगी सब्ज़ियाँ<br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगी रोटियाँ<br />गुदगुदी-गुदगुदी करने लगा है हर नज़ारा<br />गुदगुदी-गुदगुदी...Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-50116172722670827872024-03-07T20:58:00.002+05:302024-03-07T20:58:16.768+05:30कोठे ते आ माहिया - Kothay Te Aa Mahiya (Jagjit Singh, Chitra Singh, Punjabi Tappe)Movie/Album: पंजाबी टप्पे (1979)<br />Music by: जगजीत सिंह<br />Lyrics by: पारंपरिक<br />Performed by: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह <br /><br />कोठे ते आ माहिया<br />मिलणा ता मिल आके<br />नै ता खसमा नूँ खा माहिया<br />की लैणा ऐ मितराँ तो<br />मिलणे ते आ जावाँ<br />डर लगदा ए छित्तराँ तो<br /><br />तुस्सी काले-काले ओ<br />कुछ ते शरम करो, धीयाँ पुतराँ वाले ओ<br />आ सारे दन्द पए कडदे ने<br />असी तैनु चंगे लगदे<br />ते साडे धीयाँ पुत्त वडदे ने<br /><br />कोठे ते सोटी है<br />हुंज ते सोणा है<br />पर गर्दन मोटी है<br />कोठे ते सोटी है<br />हुंज ते सोणी है<br />पर लत एक छोटी है<br /><br />एथे प्यार दी पुच्छ कोई ना<br />तेरे नाल नय्यो बोलणा<br />तेरे मुॅंह ते मुच्छ कोई ना<br />मज़ा प्यार दा चख लांगा<br />जे तेरा हुकम होवे<br />मैं ता दाड़ी वी रख लांगा<br /><br />बागे विच आया करो<br />जदो असी सों जाइए<br />तुस्सी मक्खियाँ उड़ाया करो<br />तुस्सी रोज़ नहाया करो<br />मक्खियाँ तो डरदे हो<br />गुड़ थोड़ा खाया करो<br /><br />फिंग प्यार दी पावांगे<br />हुण अस्सी मिल गये हाँ<br />गीत प्यार दे गावांगेPratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-78503668467060844302024-03-07T20:51:00.003+05:302024-03-07T20:51:28.283+05:30देर लगी आने में तुमको - Der Lagi Aane Mein Tumko (Jagjit Singh)Movie/Album: अ जर्नी (1981)<br />Music by: जगजीत सिंह<br />Lyrics by: अंदलीब शादानी <br />Performed by: जगजीत सिंह <br /><br />देर लगी आने में तुमको<br />शुक्र है फिर भी आए तो<br />आस ने दिल का साथ न छोड़ा<br />वैसे हम घबराए तो<br /><br />शफ़क़ धनक महताब घटाएँ <br />तारे नग़्मे बिजली फूल <br />उस दामन में क्या-क्या कुछ है<br />वो दामन हाथ में आए तो<br /><br />झूठ है सब तारीख़ हमेशा <br />अपने को दोहराती है <br />अच्छा मेरा ख़्वाब-ए-जवानी <br />थोड़ा सा दोहराए तो<br /><br />सुनी-सुनाई बात नहीं है<br />अपने ऊपर बीती है<br />फूल निकलते हैं शोलों से<br />चाहत आग लगाए तो<br />Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-3891216007653089610.post-15112660783330969842024-03-07T20:46:00.002+05:302024-03-07T20:46:25.305+05:30अपनी ऑंखों के समंदर में - Apni Aankhon Ke Samandar Mein (Jagjit Singh, Beyond Time)Movie/Album: बियाॅण्ड टाइम (1987)<br />Music by: जगजीत सिंह<br />Lyrics by: नज़ीर बाक़री<br />Performed by: जगजीत सिंह<br /><br />अपनी ऑंखों के समंदर में उतर जाने दे<br />तेरा मुजरिम हूॅं मुझे डूब के मर जाने दे<br />अपनी ऑंखों के समंदर में<br /><br />ऐ नए दोस्त मैं समझूॅंगा तुझे भी अपना<br />पहले माज़ी का कोई ज़ख़्म तो भर जाने दे<br />अपनी ऑंखों के समंदर में...<br /><br />आग दुनिया की लगाई हुई बुझ जाएगी<br />कोई आँसू मेरे दामन पे बिखर जाने दे<br />अपनी ऑंखों के समंदर में...<br /><br />ज़ख्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको<br />सोचता हूॅं के कहूॅं तुझसे, मगर जाने दे<br />अपनी ऑंखों के समंदर में...<br />Pratik Maheshwarihttp://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.com0