Movie/Album: महक (1999)
Music By: अली गनी
Lyrics By: जमील मुजाहिद
Performed By: पंकज उदास
चुपके चुपके सखियों से वो
बातें करना भूल गई
मुझको देखा पनघट पे तो
पानी भरना भूल गई
पहले शायद उसको मेरे
चेहरे का अंदाज़ ना था
मुझसे आँखें टकराईं तो
खुद पे मरना भूल गई
चुपके चुपके सखियों से वो...
सच पूछो तो मेरी वजह से
उसको ऐसा रोग लगा
काजल मेहंदी कंगन बिंदिया
से संवरना भूल गई
चुपके चुपके सखियों से वो...
क्या जाने कब उससे मिलने
आ जाऊँ इस ख्वाहिश में
छत पर बैठी रहती है वो
छत से उतरना भूल गई
चुपके चुपके सखियों से वो...
Music By: अली गनी
Lyrics By: जमील मुजाहिद
Performed By: पंकज उदास
चुपके चुपके सखियों से वो
बातें करना भूल गई
मुझको देखा पनघट पे तो
पानी भरना भूल गई
पहले शायद उसको मेरे
चेहरे का अंदाज़ ना था
मुझसे आँखें टकराईं तो
खुद पे मरना भूल गई
चुपके चुपके सखियों से वो...
सच पूछो तो मेरी वजह से
उसको ऐसा रोग लगा
काजल मेहंदी कंगन बिंदिया
से संवरना भूल गई
चुपके चुपके सखियों से वो...
क्या जाने कब उससे मिलने
आ जाऊँ इस ख्वाहिश में
छत पर बैठी रहती है वो
छत से उतरना भूल गई
चुपके चुपके सखियों से वो...
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