ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें - Aye Duniya Kya Tujhse Kahein (Mehdi Hassan)

Music By: ए हमीद
Lyrics By: फ़य्याज़ हाश्मी
Performed By: मेहदी हसन

ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें
जा छेड़ न हम दीवानों को
पिघली हुई इस आग में जलकर
मरने दे परवानों को
ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें...

वादे झूठे प्यार भी झूठा
झूठे प्यार के रिश्ते हैं
ज़हर पिला कर सुला रहे हैं
हम अपने अरमानों को
जा छेड़ न हम दीवानों को
ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें

साथी जिनको लूट गए
और मौत भी जिनसे रूठ गई
लोग शराबी कहते हैं
उन दर्द भरे इंसानों को
जा छेड़ न हम दीवानों को
ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें

इक रस्ता दो राही - Ik Rasta Do Raahi (Kishore Kumar, Md.Rafi, Ram Balram)

Movie/Album: राम बलराम (1980)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्शी
Performed By: किशोर कुमार, मोहम्मद रफ़ी

इक रास्ता आहा आहा
दो राही आहा आहा
इक चोर, इक सिपाही आहा आहा
इक रास्ता, दो राही...

बचपन का खेल, जवानी का सच
ये है तेरी-मेरी ज़िंदगानी का सच
न मिट सके नसीबों के
कलम की स्याही आहा आहा
अहा अहा स्याही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...

अच्छा है, ख़राब है, बुरा है, नेक है
कुछ भी है, हम दोनों का लहू तो एक है
न बना चोर तू मर्ज़ी से
न बना मैं सिपाही आहा आहा
सिपाही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...

मंज़िल है एक मेरे साथिया
माना हम दोनों का जुदा है रास्ता
हम चलते हैं तो देते हैं
कदम ये गवाही आहा आहा
गवाही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...