Movie/Album: मेरे सनम (1965)
Music By: ओमकार प्रसाद नैय्यर
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: आशा भोसले
ये है रेशमी ज़ुल्फों का अँधेरा न घबराइए
जहाँ तक महक है मेरे गेसुओं की चले आइये
ये है रेशमी ज़ुल्फों...
सुनिए तो ज़रा, जो हकीक़त है कहते हैं हम
खुलते रुकते इन रंगीं लबों की कसम
जल उठेंगे दिये जुगनुओं की तरह
जी तबस्सुम तो फरमाइए
ये है रेशमी ज़ुल्फों...
प्यासी है नज़र, ये भी कहने की है बात क्या
तुम हो मेहमां, तो न ठहरेगी ये रात क्या
रात जाए रहे, आप दिल में मेरे
अरमां बन के रह जाईये
ये है रेशमी ज़ुल्फों...
Music By: ओमकार प्रसाद नैय्यर
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: आशा भोसले
ये है रेशमी ज़ुल्फों का अँधेरा न घबराइए
जहाँ तक महक है मेरे गेसुओं की चले आइये
ये है रेशमी ज़ुल्फों...
सुनिए तो ज़रा, जो हकीक़त है कहते हैं हम
खुलते रुकते इन रंगीं लबों की कसम
जल उठेंगे दिये जुगनुओं की तरह
जी तबस्सुम तो फरमाइए
ये है रेशमी ज़ुल्फों...
प्यासी है नज़र, ये भी कहने की है बात क्या
तुम हो मेहमां, तो न ठहरेगी ये रात क्या
रात जाए रहे, आप दिल में मेरे
अरमां बन के रह जाईये
ये है रेशमी ज़ुल्फों...
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