Movie/Album: हमराज़ (1967)
Music By: रवि
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: महेंद्र कपूरMusic By: रवि
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
हे नीले गगन के तले
धरती का प्यार पले
ऐसे ही जग में आती हैं सुबहें
ऐसे ही शाम ढले
शबनम के मोती, फूलों पे बिखरे
दोनों की आस फले
हे नीले गगन के तले...
बलखाती बेलें, मस्ती में खेलें
पेड़ों से मिलके गले
हे नीले गगन के तले...
नदियाँ का पानी, दरिया से मिलके
सागर की ओर चले
हे नीले गगन के तले...
धरती का प्यार पले
ऐसे ही जग में आती हैं सुबहें
ऐसे ही शाम ढले
शबनम के मोती, फूलों पे बिखरे
दोनों की आस फले
हे नीले गगन के तले...
बलखाती बेलें, मस्ती में खेलें
पेड़ों से मिलके गले
हे नीले गगन के तले...
नदियाँ का पानी, दरिया से मिलके
सागर की ओर चले
हे नीले गगन के तले...
raag Bhopali per aadharit ye geet , kitna saral aur madur hai , sabdo ko piroker geet banyae gaye hai , karn priyay .
ReplyDeleteRaag Bhopali per aadharit sangeet ko Dil ki bimari ko theek karne ke liye kiya jaata hai . Iaka Hriday per bahut hi anukul prabhav hai .