Movie/Album: ब्रेक के बाद (2010)
Music By: विशाल-शेखर
Lyrics By: प्रसून जोशी
Performed By: विशाल ददलानी, ऐलिसा मेंडोंसा
इक आवारा नदी
छलके वो खुल के सनसनाती सनन
और वो है झील सा
खामोशियों की एक तरंग लिए
रिश्ता ये कैसा जलती रेत पाँव का
रिश्ता ये कैसा झिलमिल धूप छाँव का
बोलो
अधूरे तुम अधूरे हम बिन तुम्हारे
मुट्ठियों में बादलों को ले के वो निचोड़ दे
वो रात की चुप्पी में शोर नटखट छोड़ दे
बेबाक है, बिंदास है
उसे ज़िन्दगी की प्यास है
पास है, पर दूरियां
मखमली मजबूरियाँ हैं
अधूरे...
मन के कमरों में वो खोले खुशबुओं की शीशियाँ
वो साहिलों पे ढूंढता है इश्क वाली सीपियाँ
प्यार है रोमांस है
बस यही सारांश है
दो दिलों के दरमियाँ
ख्वाहिशों की कश्तियाँ है
अधूरे...
Music By: विशाल-शेखर
Lyrics By: प्रसून जोशी
Performed By: विशाल ददलानी, ऐलिसा मेंडोंसा
इक आवारा नदी
छलके वो खुल के सनसनाती सनन
और वो है झील सा
खामोशियों की एक तरंग लिए
रिश्ता ये कैसा जलती रेत पाँव का
रिश्ता ये कैसा झिलमिल धूप छाँव का
बोलो
अधूरे तुम अधूरे हम बिन तुम्हारे
मुट्ठियों में बादलों को ले के वो निचोड़ दे
वो रात की चुप्पी में शोर नटखट छोड़ दे
बेबाक है, बिंदास है
उसे ज़िन्दगी की प्यास है
पास है, पर दूरियां
मखमली मजबूरियाँ हैं
अधूरे...
मन के कमरों में वो खोले खुशबुओं की शीशियाँ
वो साहिलों पे ढूंढता है इश्क वाली सीपियाँ
प्यार है रोमांस है
बस यही सारांश है
दो दिलों के दरमियाँ
ख्वाहिशों की कश्तियाँ है
अधूरे...
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