Movie/Album: गैंगस्टर (2006)
Music By: प्रीतम चक्रवर्ती
Lyrics By: मयूर पूरी
Performed By: ज़ुबीन
या अली रहम अली, या अली
यार पे कुर्बान है सभी
या अली मदद अली
या अली ये मेरी जान ये ज़िन्दगी
इश्क पे हाँ, मिटा दूं, लुटा दूं, मैं अपनी खुदी
यार पे हाँ, लुटा दूं, मिटा दूं, मैं ये हस्ती
या अली...
मुझे कुछ पल दे कुर्बत के
फ़कीर हम तेरी चाहत के
रहे बेचैन दिल कब तक
मिले कुछ पल तो राहत के
चाहत पे, इश्क पे हाँ
मिटा दूं, लुटा दूं, मैं अपनी खुदी
यार पे हाँ, लुटा दूं, मिटा दूं, मैं ये हस्ती
या अली...
बिना तेरे न इक पल हो
न बिन तेरे कभी कल हो
ये दिल बन जाये पत्थर का
न इसमें कोई हलचल हो
सनम पे हाँ, इश्क पे हाँ
मिटा दूं, लुटा दूं, मैं अपनी खुदी
कसम से हाँ, लुटा दूं, मिटा दूं, मैं ये हस्ती
या अली..
Music By: प्रीतम चक्रवर्ती
Lyrics By: मयूर पूरी
Performed By: ज़ुबीन
या अली रहम अली, या अली
यार पे कुर्बान है सभी
या अली मदद अली
या अली ये मेरी जान ये ज़िन्दगी
इश्क पे हाँ, मिटा दूं, लुटा दूं, मैं अपनी खुदी
यार पे हाँ, लुटा दूं, मिटा दूं, मैं ये हस्ती
या अली...
मुझे कुछ पल दे कुर्बत के
फ़कीर हम तेरी चाहत के
रहे बेचैन दिल कब तक
मिले कुछ पल तो राहत के
चाहत पे, इश्क पे हाँ
मिटा दूं, लुटा दूं, मैं अपनी खुदी
यार पे हाँ, लुटा दूं, मिटा दूं, मैं ये हस्ती
या अली...
बिना तेरे न इक पल हो
न बिन तेरे कभी कल हो
ये दिल बन जाये पत्थर का
न इसमें कोई हलचल हो
सनम पे हाँ, इश्क पे हाँ
मिटा दूं, लुटा दूं, मैं अपनी खुदी
कसम से हाँ, लुटा दूं, मिटा दूं, मैं ये हस्ती
या अली..
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