Movie/Album: नया दौर (1957)
Music By: ओ.पी.नैय्यर
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: मो.रफ़ी
ये देश है वीर जवानों का
अलबेलों का मस्तानों का
इस देश का यारों क्या कहना
ये देश है दुनिया का गहना
यहाँ चौड़ी छाती वीरों की
यहाँ भोली शक्लें हीरों की
यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में
मस्ती में झूमें बस्ती में
पेड़ों में बहारें झूलों की
राहों में कतारें फूलों की
यहाँ हँसता है सावन बालों में
खिलती हैं कलियाँ गालों में
कहीं दंगल शोख जवानों के
कहीं करतब तीर कमानों के
यहाँ नित-नित मेले सजते हैं
नित ढोल और ताशे बजते हैं
दिलबर के लिये दिलदार हैं हम
दुश्मन के लिये तलवार हैं हम
मैदाँ में अगर हम डट जाएँ
मुश्किल है के पीछे हट जाएँ
Music By: ओ.पी.नैय्यर
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: मो.रफ़ी
ये देश है वीर जवानों का
अलबेलों का मस्तानों का
इस देश का यारों क्या कहना
ये देश है दुनिया का गहना
यहाँ चौड़ी छाती वीरों की
यहाँ भोली शक्लें हीरों की
यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में
मस्ती में झूमें बस्ती में
पेड़ों में बहारें झूलों की
राहों में कतारें फूलों की
यहाँ हँसता है सावन बालों में
खिलती हैं कलियाँ गालों में
कहीं दंगल शोख जवानों के
कहीं करतब तीर कमानों के
यहाँ नित-नित मेले सजते हैं
नित ढोल और ताशे बजते हैं
दिलबर के लिये दिलदार हैं हम
दुश्मन के लिये तलवार हैं हम
मैदाँ में अगर हम डट जाएँ
मुश्किल है के पीछे हट जाएँ
Very nice song
ReplyDeleteKya khoob likha hai sahir ludhiyanvi sahab ne ❤️
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