Movie/Album: उपकार (1967)
Music By: कल्याणजी आनंदजी
Lyrics By: कमर जलालाबादी
Performed By: मुकेश
दीवानों से ये मत पूछो
दीवानों पे क्या गुज़री है
हाँ उनके दिलों से ये पूछो
अरमानों पे क्या गुज़री है
दीवानों से ये...
औरों को पिलाते रहते हैं
और ख़ुद प्यासे रह जाते हैं
ये पीने वाले क्या जाने
पैमानों पे क्या गुज़री है
दीवानों से ये..
मालिक ने बनाया इन्सां को
इनसान मुहब्बत कर बैठा
वो ऊपर बैठा क्या जाने
इनसानों पे क्या गुज़री है
दीवानों से ये...
Music By: कल्याणजी आनंदजी
Lyrics By: कमर जलालाबादी
Performed By: मुकेश
दीवानों से ये मत पूछो
दीवानों पे क्या गुज़री है
हाँ उनके दिलों से ये पूछो
अरमानों पे क्या गुज़री है
दीवानों से ये...
औरों को पिलाते रहते हैं
और ख़ुद प्यासे रह जाते हैं
ये पीने वाले क्या जाने
पैमानों पे क्या गुज़री है
दीवानों से ये..
मालिक ने बनाया इन्सां को
इनसान मुहब्बत कर बैठा
वो ऊपर बैठा क्या जाने
इनसानों पे क्या गुज़री है
दीवानों से ये...
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