Movie/Album: दसविदानियाँ (2008)
Music By: कैलाश खेर, परेश-नरेश
Lyrics By: कैलाश खेर
Performed By: कैलाश खेर
माँ, मेरी माँ
प्यारी माँ, मम्मा
हाथों की लकीरे बदल जायेंगी
गम की ये ज़ंजीरे पिघल जायेंगी
हो खुदा पे भी असर
तू दुआओं का है घर
मेरी माँ, मम्मा
बिगड़ी किस्मत भी संवर जायेगी
ज़िन्दगी तराने खुशी के गायेगी
तेरे होते किसका डर
तू दुआओं का है घर
मेरी माँ, प्यारी माँ, मम्मा...
यूँ तो मैं सबसे न्यारा हूँ
(पर) तेरा माँ मैं दुलारा हूँ
दुनियाँ में जीने से ज़्यादा
उलझन है माँ
तू है अमर का जहां
तू गुस्सा करती है
बड़ा अच्छा लगता है
तू कान पकड़ती है
बड़ी ज़ोर से लगता है
मेरी माँ
मेरी माँ, प्यारी माँ, मम्मा
हाथों की लकीरें...
Music By: कैलाश खेर, परेश-नरेश
Lyrics By: कैलाश खेर
Performed By: कैलाश खेर
माँ, मेरी माँ
प्यारी माँ, मम्मा
हाथों की लकीरे बदल जायेंगी
गम की ये ज़ंजीरे पिघल जायेंगी
हो खुदा पे भी असर
तू दुआओं का है घर
मेरी माँ, मम्मा
बिगड़ी किस्मत भी संवर जायेगी
ज़िन्दगी तराने खुशी के गायेगी
तेरे होते किसका डर
तू दुआओं का है घर
मेरी माँ, प्यारी माँ, मम्मा...
यूँ तो मैं सबसे न्यारा हूँ
(पर) तेरा माँ मैं दुलारा हूँ
दुनियाँ में जीने से ज़्यादा
उलझन है माँ
तू है अमर का जहां
तू गुस्सा करती है
बड़ा अच्छा लगता है
तू कान पकड़ती है
बड़ी ज़ोर से लगता है
मेरी माँ
मेरी माँ, प्यारी माँ, मम्मा
हाथों की लकीरें...
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज रविवार (12-05-2013) के चर्चा मंच 1242 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
ReplyDeletevery nice...
ReplyDeleteकान खींचे माँ ने,अच्छा किया. आखिर बात कैसे सुनते !
ReplyDeleteबहुत ही बढिया ...
ReplyDeleteVery nice and beautiful poem
ReplyDeleteSo nice and beautiful song👌👌
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