Movie/Album: आह (1953)
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मुकेश
छोटी सी ये ज़िंदगानी रे
चार दिन की जवानी तेरी
हाय रे हाय
ग़म की कहानी तेरी
शाम हुई ये देश बीराना
तुझको अपने बलम घर जाना, सजन घर जाना
राह में मूरख मत लुट जाना, मत लुट जाना
छोटी सी ये ज़िंदगानी...
बाबुल का घर छूटा जाये
अंखियन घोर अँधेरा छाये, जी दिल घबराये
आँख से टपके दिल का खज़ाना
छोटी सी ये ज़िंदगानी...
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मुकेश
छोटी सी ये ज़िंदगानी रे
चार दिन की जवानी तेरी
हाय रे हाय
ग़म की कहानी तेरी
शाम हुई ये देश बीराना
तुझको अपने बलम घर जाना, सजन घर जाना
राह में मूरख मत लुट जाना, मत लुट जाना
छोटी सी ये ज़िंदगानी...
बाबुल का घर छूटा जाये
अंखियन घोर अँधेरा छाये, जी दिल घबराये
आँख से टपके दिल का खज़ाना
छोटी सी ये ज़िंदगानी...
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