Movie/Album: मसान (2015)
Music By: इंडियन ओशन
Lyrics By: वरुण ग्रोवर (प्रेरित: दुष्यंत कुमार)
Performed By: स्वानंद किरकिरे
तू किसी रेल सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
तू भले रत्ती भर ना सुनती हो
मैं तेरा नाम बुदबुदाता हूँ
किसी लम्बे सफर की रातों में
तुझे अलाव सा जलाता हूँ
काठ के ताले हैं, आँख पे डाले हैं
उनमें इशारों की चाबियाँ लगा
रात जो बाकी है, शाम से ताकी है
नीयत में थोड़ी खराबियाँ लगा
मैं हूँ पानी के बुलबुले जैसा
तुझे सोचूँ तो फूट जाता हूँ
तू किसी रेल सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
Music By: इंडियन ओशन
Lyrics By: वरुण ग्रोवर (प्रेरित: दुष्यंत कुमार)
Performed By: स्वानंद किरकिरे
तू किसी रेल सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
तू भले रत्ती भर ना सुनती हो
मैं तेरा नाम बुदबुदाता हूँ
किसी लम्बे सफर की रातों में
तुझे अलाव सा जलाता हूँ
काठ के ताले हैं, आँख पे डाले हैं
उनमें इशारों की चाबियाँ लगा
रात जो बाकी है, शाम से ताकी है
नीयत में थोड़ी खराबियाँ लगा
मैं हूँ पानी के बुलबुले जैसा
तुझे सोचूँ तो फूट जाता हूँ
तू किसी रेल सी गुज़रती है
मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ
this lyric by dushyant kumar.. why is varun grover being credited ?
ReplyDeleteBhai, first read the poem of Mr. Dushyant Kumar.
DeleteOnly first two line taken from Dushyant Kumar's poem and other lyrics was written by varon grover thats why motivated from Dushant Kumar written on bracket.
ReplyDeleteThe both of the respected person are beautiful they have their own sweet lovely words only dushant sir was the base of the poem
ReplyDeleteWaah
ReplyDeleteBy the way ....the song is wonderful.....
ReplyDelete..........legend song
300 बार सुन चुके है। इस गाने को
ReplyDeleteVery beautiful liyrics
ReplyDeletesome times it may happen that some inspirational things from original is creating more impact othello and omkara
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