Movie/Album: अनामिका (1973)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
बाहों में चले आओ
हो, हमसे सनम क्या परदा
बाहों में चले आओ...
चले ही जाना है, नज़र चुरा के यूँ
फिर थामी थी साजन तुमने मेरी कलाई क्यों
किसी को अपना, बना के छोड़ दे
ऐसा कोई नहीं करता
बाहों में चले आओ...
कभी कभी कुछ तो, कहो पिया हमसे
ए कम-से-कम आज तो खुल के मिलो ज़रा हमसे
है रात अपनी, जो तुम हो अपने
किसी का फिर हमें डर क्या
बाहों में चले आओ...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
बाहों में चले आओ
हो, हमसे सनम क्या परदा
बाहों में चले आओ...
चले ही जाना है, नज़र चुरा के यूँ
फिर थामी थी साजन तुमने मेरी कलाई क्यों
किसी को अपना, बना के छोड़ दे
ऐसा कोई नहीं करता
बाहों में चले आओ...
कभी कभी कुछ तो, कहो पिया हमसे
ए कम-से-कम आज तो खुल के मिलो ज़रा हमसे
है रात अपनी, जो तुम हो अपने
किसी का फिर हमें डर क्या
बाहों में चले आओ...
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