Movie/Album: पाठशाला (2010)
Music By: हानिफ़ शेख़
Lyrics By: हानिफ़ शेख़
Performed By: लकी अली
बेक़रार, बेक़रार, बेक़रार
सूनी-सूनी राहों पे है तेरा ही इन्तेज़ार
जली-बुझी साँसों में अब तेरा ही है ख़़ुमार
न जाने मैंने क्या खोया, क्या पाया
कुछ भी ना समझे यहाँ
भूला के सारी बातों को जी आया
फिर भी ना आये करार
बेक़रार, बेक़रार...
बातों ने, बातों ने है, मुझको घेरा अभी
तू मिल जाए यही बस सोचूँ मैं हर घड़ी
क्यूँ तरसाए मुझे आखिरी है मेरी ये कदा
बेक़रार, बेक़रार...
Music By: हानिफ़ शेख़
Lyrics By: हानिफ़ शेख़
Performed By: लकी अली
बेक़रार, बेक़रार, बेक़रार
सूनी-सूनी राहों पे है तेरा ही इन्तेज़ार
जली-बुझी साँसों में अब तेरा ही है ख़़ुमार
न जाने मैंने क्या खोया, क्या पाया
कुछ भी ना समझे यहाँ
भूला के सारी बातों को जी आया
फिर भी ना आये करार
बेक़रार, बेक़रार...
बातों ने, बातों ने है, मुझको घेरा अभी
तू मिल जाए यही बस सोचूँ मैं हर घड़ी
क्यूँ तरसाए मुझे आखिरी है मेरी ये कदा
बेक़रार, बेक़रार...
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