Movie/Album: मासूम (1983)
Music By: आर.डी. बर्मन
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: आरती मुख़र्जी
दो नैना और एक कहानी
थोड़ा-सा बादल, थोड़ा-सा पानी
और एक कहानी
छोटी सी दो, झीलों में वो, बहती रहती है
कोई सुने या ना सुने, कहती रहती है
कुछ लिख के और कुछ ज़ुबानी
थोड़ा सा बादल...
थोड़ी सी है जानी हुई, थोड़ी सी नयी
जहाँ रुके आँसू वहीं, पूरी हो गयी
है तो नयी फिर भी है पुरानी
थोड़ा सा बादल...
इक ख़त्म हो तो दूसरी, रात आ जाती है
होठों पे फिर भूली हुई, बात आ जाती है
दो नैनों की है ये कहानी
थोड़ा सा बादल...
Music By: आर.डी. बर्मन
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: आरती मुख़र्जी
दो नैना और एक कहानी
थोड़ा-सा बादल, थोड़ा-सा पानी
और एक कहानी
छोटी सी दो, झीलों में वो, बहती रहती है
कोई सुने या ना सुने, कहती रहती है
कुछ लिख के और कुछ ज़ुबानी
थोड़ा सा बादल...
थोड़ी सी है जानी हुई, थोड़ी सी नयी
जहाँ रुके आँसू वहीं, पूरी हो गयी
है तो नयी फिर भी है पुरानी
थोड़ा सा बादल...
इक ख़त्म हो तो दूसरी, रात आ जाती है
होठों पे फिर भूली हुई, बात आ जाती है
दो नैनों की है ये कहानी
थोड़ा सा बादल...
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