Movie/Album: मैंने प्यार क्यों किया (2005)
Music By: हिमेश रेशमिया
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक, कमाल खान
लिया बेचैनी का जोग
लगा लगा लगा रे
लगा लगा लगा रे
लगा लगा लगा रे
लगा प्रेम रोग...
चुनरी लहराई
पायल छनकायी
चूड़ी खनकाई
लिया बेचैनी का जोग
लगा प्रेम रोग...
तुमसे मिलकर दिल को मेरे
जाने क्या हुआ रे
लगा लगा लगा रे
लगा प्रेम रोग...
दिल था अकेला, अकेली थी मैं
इक अनजानी पहेली थी मैं
क्या हुआ मुझको, मुझे क्या पता
चारों तरफ है नशा ही नशा
है जुदा, है जुदा, आज तेरी अदा
गुमशुदा गुमशुदा तू हुई गुमशुदा
लिया बेचैनी का जोग
लगा प्रेम रोग...
मुझपे ये कैसा गज़ब हो गया
हाल जिया का अजब हो गया
आवारगी से मचलने लगी
न जाने कैसे पिघलने लगी
है बड़ा, है बड़ा ये दीवाना समाँ
बहके अरमान धड़कन भी जवां
लिया बैचैनी का जोग
लगा प्रेम रोग...
Music By: हिमेश रेशमिया
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक, कमाल खान
लिया बेचैनी का जोग
लगा लगा लगा रे
लगा लगा लगा रे
लगा लगा लगा रे
लगा प्रेम रोग...
चुनरी लहराई
पायल छनकायी
चूड़ी खनकाई
लिया बेचैनी का जोग
लगा प्रेम रोग...
तुमसे मिलकर दिल को मेरे
जाने क्या हुआ रे
लगा लगा लगा रे
लगा प्रेम रोग...
दिल था अकेला, अकेली थी मैं
इक अनजानी पहेली थी मैं
क्या हुआ मुझको, मुझे क्या पता
चारों तरफ है नशा ही नशा
है जुदा, है जुदा, आज तेरी अदा
गुमशुदा गुमशुदा तू हुई गुमशुदा
लिया बेचैनी का जोग
लगा प्रेम रोग...
मुझपे ये कैसा गज़ब हो गया
हाल जिया का अजब हो गया
आवारगी से मचलने लगी
न जाने कैसे पिघलने लगी
है बड़ा, है बड़ा ये दीवाना समाँ
बहके अरमान धड़कन भी जवां
लिया बैचैनी का जोग
लगा प्रेम रोग...
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