Movie/Album: गैम्बलर (1995)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: विनय दवे
Performed By: देवांग पटेल
मेरी मर्ज़ी
मैं चाहे ये करूँ, मैं चाहे वो करूँ
मैं चाहे यहाँ जाऊँ, मैं चाहे वहाँ जाऊँ
गोरे को मैं कहूँ काला
जीजा को मैं बोलूँ साला
नदी को मैं बोलूँ नाला
चाबी बिना खोलूँ ताला
मेरे बारे में कुछ कहना नहीं
चुपचाप बैठे रहो बोलना नहीं
मुझे समझाना मत झूठ सही
चाहे पी जाऊँ मैं चाय-काफी डाल के दही
मेरी मर्ज़ी
हर चौराहे पर मैं अपनी मूर्ति लगवाऊँ
न्यूज़ पेपर काट के अपना सूट मैं बनवाऊँ
हॉस्पिटल में जा के मैं ज़ोरों से चिल्लाऊँ
पहलवान को गोद में ले के लोरी सुनाऊँ
दो-सौ तीन-सौ चार-सौ के छपवाऊँ नकली नोट
आलू टमाटर को मारूँ क्रिकेट के शॉट
स्विमिंग पूल में तैरने जाऊँ पहन के कुर्ता धोती
बड़ी लाटरी लगे कभी तो रखूँ सूरत रोती
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के, तुम ऐसे अब चौंको नहीं
नकली दाढ़ी मूँछ लगा के बन जाऊँ मैं चोर
अपने घर में चोरी करके खूब मचाऊँ शोर
पानी पे मैं राशन रखूँ मुफ्त में बेचूँ तेल
कंकर पत्थर धूल डाल कर सबको दे दूँ भेल
मैं चाहे ये करूँ, मैं चाहे वो करूँ
मेरी मर्ज़ी
मेरी मर्ज़ी
मैं अपनी शादी में ना जाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं पैरों से तबले बजवाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं बीच सड़क बिस्तर लगवाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं कुतुब मीनार पे घर बनवाऊँ मेरी मर्ज़ी
टाई की जगह पे मैं बांधू लम्बा काला नाग
सफ़ेद कुर्ते पर लगवाऊँ बूट पॉलिश के दाग
त्योहारों में पहन के निकलूँ मैं जूतों का हार
बैलों के पीछे लगवाऊँ मैं तो मोटर कार
रसगुल्ले में मिर्ची डालूँ, दूध में डालूँ व्हिस्की
अपनी घरवाली से पूछूँ, तू है बीवी किसकी
तांगे वाले से उड़वाऊँ बोईंग जंबो जेट
भिखारी को भीख में दे दूँ, दो बेडरूम का फ्लैट
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के तुम, ऐसे अब चौंको नहीं
हलवाई को नाई कह दूँ, धोबी को मैं माली
फिल्म फालतू देख के मैं तो खूब बजाऊँ ताली
सर पे अपने मोज़े पहनूँ, हाथ में पहनूँ बूट
पेट्रोल के संग ऑइल मिला के मारूँ दो-दो घूँट
मैं चाहे ये करूँ...
मेरी मर्ज़ी
मैं सूट के संग पहनूँगा साड़ी मेरी मर्ज़ी
मैं बांधूँ कुछ अपने पिछवाड़े मेरी मर्ज़ी
मैं भूतों की तस्वीरें खींचूँ मेरी मर्ज़ी
मैं शरबत से खेतों को सींचूँ मेरी मर्ज़ी
न्यूज़ रीडर को मैं बोलूँ गाओ तुम कव्वाली
लेक्चर दे कोई तो कह दूँ चुप हो जा मवाली
रिश्वत लेने वालों से मैं माँगूँ कन्सेशन
डॉक्टर के हाथों पे मारूँ घोड़े का इंजेक्शन
झूठ बोल कर चोरों को पहनाऊँगा चोली
देश के संग गद्दारों को मारूँगा मैं गोली
काला धन लेने वालों को दूँगा नकली नोट
ढोंगी समाजसेवक को ना दूँगा अपना वोट
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के तुम, ऐसे अब चौंको नहीं
कोई दंगा करे जो उसको लगवाऊँगा जेल
फाँसी देकर आतंकवाद का ख़तम करूँगा खेल
मैं जीवन का ये गाना मेरी मर्ज़ी से गाऊँ
मैं अपनी मर्ज़ी से जीयूँ, मर्ज़ी से मर जाऊँ
मैं चाहे ये करूँ...
मेरी मर्ज़ी
ऐ लफड़े झगड़े गायब हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ देश के दुश्मन तू चुप हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ भारत देश तू आगे हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ मेरी मर्ज़ी तू सच हो जा मेरी मर्ज़ी
मैं चाहे ये करूँ...
मारूँगा मैं सौ जूते जो लगाओगे लांछन
मर जाओगे खुद ही जो सच्चे को दोगे टेंशन
भूले से भी लेना नहीं तुम मेरा नाम
गाना मेरा सुनो और करो अपना काम
मेरी मर्ज़ी
अब मेरे को नहीं गाना है
मेरी मर्ज़ी
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: विनय दवे
Performed By: देवांग पटेल
मेरी मर्ज़ी
मैं चाहे ये करूँ, मैं चाहे वो करूँ
मैं चाहे यहाँ जाऊँ, मैं चाहे वहाँ जाऊँ
गोरे को मैं कहूँ काला
जीजा को मैं बोलूँ साला
नदी को मैं बोलूँ नाला
चाबी बिना खोलूँ ताला
मेरे बारे में कुछ कहना नहीं
चुपचाप बैठे रहो बोलना नहीं
मुझे समझाना मत झूठ सही
चाहे पी जाऊँ मैं चाय-काफी डाल के दही
मेरी मर्ज़ी
हर चौराहे पर मैं अपनी मूर्ति लगवाऊँ
न्यूज़ पेपर काट के अपना सूट मैं बनवाऊँ
हॉस्पिटल में जा के मैं ज़ोरों से चिल्लाऊँ
पहलवान को गोद में ले के लोरी सुनाऊँ
दो-सौ तीन-सौ चार-सौ के छपवाऊँ नकली नोट
आलू टमाटर को मारूँ क्रिकेट के शॉट
स्विमिंग पूल में तैरने जाऊँ पहन के कुर्ता धोती
बड़ी लाटरी लगे कभी तो रखूँ सूरत रोती
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के, तुम ऐसे अब चौंको नहीं
नकली दाढ़ी मूँछ लगा के बन जाऊँ मैं चोर
अपने घर में चोरी करके खूब मचाऊँ शोर
पानी पे मैं राशन रखूँ मुफ्त में बेचूँ तेल
कंकर पत्थर धूल डाल कर सबको दे दूँ भेल
मैं चाहे ये करूँ, मैं चाहे वो करूँ
मेरी मर्ज़ी
मेरी मर्ज़ी
मैं अपनी शादी में ना जाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं पैरों से तबले बजवाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं बीच सड़क बिस्तर लगवाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं कुतुब मीनार पे घर बनवाऊँ मेरी मर्ज़ी
टाई की जगह पे मैं बांधू लम्बा काला नाग
सफ़ेद कुर्ते पर लगवाऊँ बूट पॉलिश के दाग
त्योहारों में पहन के निकलूँ मैं जूतों का हार
बैलों के पीछे लगवाऊँ मैं तो मोटर कार
रसगुल्ले में मिर्ची डालूँ, दूध में डालूँ व्हिस्की
अपनी घरवाली से पूछूँ, तू है बीवी किसकी
तांगे वाले से उड़वाऊँ बोईंग जंबो जेट
भिखारी को भीख में दे दूँ, दो बेडरूम का फ्लैट
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के तुम, ऐसे अब चौंको नहीं
हलवाई को नाई कह दूँ, धोबी को मैं माली
फिल्म फालतू देख के मैं तो खूब बजाऊँ ताली
सर पे अपने मोज़े पहनूँ, हाथ में पहनूँ बूट
पेट्रोल के संग ऑइल मिला के मारूँ दो-दो घूँट
मैं चाहे ये करूँ...
मेरी मर्ज़ी
मैं सूट के संग पहनूँगा साड़ी मेरी मर्ज़ी
मैं बांधूँ कुछ अपने पिछवाड़े मेरी मर्ज़ी
मैं भूतों की तस्वीरें खींचूँ मेरी मर्ज़ी
मैं शरबत से खेतों को सींचूँ मेरी मर्ज़ी
न्यूज़ रीडर को मैं बोलूँ गाओ तुम कव्वाली
लेक्चर दे कोई तो कह दूँ चुप हो जा मवाली
रिश्वत लेने वालों से मैं माँगूँ कन्सेशन
डॉक्टर के हाथों पे मारूँ घोड़े का इंजेक्शन
झूठ बोल कर चोरों को पहनाऊँगा चोली
देश के संग गद्दारों को मारूँगा मैं गोली
काला धन लेने वालों को दूँगा नकली नोट
ढोंगी समाजसेवक को ना दूँगा अपना वोट
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के तुम, ऐसे अब चौंको नहीं
कोई दंगा करे जो उसको लगवाऊँगा जेल
फाँसी देकर आतंकवाद का ख़तम करूँगा खेल
मैं जीवन का ये गाना मेरी मर्ज़ी से गाऊँ
मैं अपनी मर्ज़ी से जीयूँ, मर्ज़ी से मर जाऊँ
मैं चाहे ये करूँ...
मेरी मर्ज़ी
ऐ लफड़े झगड़े गायब हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ देश के दुश्मन तू चुप हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ भारत देश तू आगे हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ मेरी मर्ज़ी तू सच हो जा मेरी मर्ज़ी
मैं चाहे ये करूँ...
मारूँगा मैं सौ जूते जो लगाओगे लांछन
मर जाओगे खुद ही जो सच्चे को दोगे टेंशन
भूले से भी लेना नहीं तुम मेरा नाम
गाना मेरा सुनो और करो अपना काम
मेरी मर्ज़ी
अब मेरे को नहीं गाना है
मेरी मर्ज़ी
gana accha hain
ReplyDeletegood but last part was not given
ReplyDeleteMujhe nahi karna hai comment mere marzi
ReplyDeletehahaha
DeleteTo kiya kyu
Deletemere holidays homework mei kaam aa raha hai, thanks
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