Movie/Album: मैं तेरा हीरो (2014)
Music By: साजिद-वाजिद
Lyrics By: कुमार
Performed By: जावेद अली, नीति मोहन
ओ मेरी जाँ तेरा यूँ मुसकुराना, तो गलत बात है
ओ अपने आशिक को संकट में लाना, तो गलत बात है
जब मैं तुझसे मिला वन नाइन का था
दिन याद है मुझे वैलेंटाइन का था
दिल में आ के यूँ फिर दिल से जाना, तो गलत बात है
हो मेरी जाँ तेरा...
छू कर दिल को छू हो जाना, आदत है तेरी बुरी
हाए छुप के दिखना, दिख के छुपना
आफत है देखो बड़ी
धीरे-धीरे चढ़े जो है इश्क वही
जल्दी-जल्दी में लेना है रिस्क नहीं
छोटे कपड़े पहन के यूँ नचना, तो गलत बात है
हो खोटे नैनों से हमको यूँ तकना, तो गलत बात है
थोड़ी-थोड़ी सी तेरे संग, मैं भी फिसलने लगी
हो थोड़ी-थोड़ी तुझसे लिपटकर, मैं भी सँभलने लगी
थोड़ा खुद को कुड़ियों सँभालो ज़रा
यूँ खुलेआम हमको पटाना है बुरा
तुम करो तो सही हम करें तो, क्यूँ गलत बात है
हो प्यार में कौन जाने सही क्या, क्या गलत बात है
जब मैं तुझसे मिला वन नाइन का था
दिन याद है मुझे वैलेंटाइन का था
यूँ पुराने लवर को सताना तो गलत बात है
हो मेरी जाँ तेरा...
Music By: साजिद-वाजिद
Lyrics By: कुमार
Performed By: जावेद अली, नीति मोहन
ओ मेरी जाँ तेरा यूँ मुसकुराना, तो गलत बात है
ओ अपने आशिक को संकट में लाना, तो गलत बात है
जब मैं तुझसे मिला वन नाइन का था
दिन याद है मुझे वैलेंटाइन का था
दिल में आ के यूँ फिर दिल से जाना, तो गलत बात है
हो मेरी जाँ तेरा...
छू कर दिल को छू हो जाना, आदत है तेरी बुरी
हाए छुप के दिखना, दिख के छुपना
आफत है देखो बड़ी
धीरे-धीरे चढ़े जो है इश्क वही
जल्दी-जल्दी में लेना है रिस्क नहीं
छोटे कपड़े पहन के यूँ नचना, तो गलत बात है
हो खोटे नैनों से हमको यूँ तकना, तो गलत बात है
थोड़ी-थोड़ी सी तेरे संग, मैं भी फिसलने लगी
हो थोड़ी-थोड़ी तुझसे लिपटकर, मैं भी सँभलने लगी
थोड़ा खुद को कुड़ियों सँभालो ज़रा
यूँ खुलेआम हमको पटाना है बुरा
तुम करो तो सही हम करें तो, क्यूँ गलत बात है
हो प्यार में कौन जाने सही क्या, क्या गलत बात है
जब मैं तुझसे मिला वन नाइन का था
दिन याद है मुझे वैलेंटाइन का था
यूँ पुराने लवर को सताना तो गलत बात है
हो मेरी जाँ तेरा...
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