Movie/Album: कालिया (1981)
Music By: राहुल देव बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार, आशा भोंसले
तुम साथ हो जब अपने
दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के
अंदाज़ सिखा देंगे
तुम साथ हो जब अपने...
माना के अँधेरों के गहरे हैं बहुत साए
पर ग़म है यहाँ किसको, आती है तो रात आए
हम रात के सीने में, एक शम्मा जला देंगे
तुम साथ हो जब अपने...
हम तो हैं दिल वाले, खंजर से नहीं मरते
हम ज़ुल्फ़ों के क़ैदी हैं, सूली से नहीं डरते
सूली को भी ज़ुल्फ़ों की ज़ंजीर बना देंगे
तुम साथ हो जब अपने...
ऐ अहल-ए-जहां तुमको, नफ़रत की है बीमारी
भड़काया करो शोले, फेंका करो चिंगारी
हम प्यार की शबनम से, हर आग बुझा देंगे
तुम साथ हो जब अपने...
Music By: राहुल देव बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार, आशा भोंसले
तुम साथ हो जब अपने
दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के
अंदाज़ सिखा देंगे
तुम साथ हो जब अपने...
माना के अँधेरों के गहरे हैं बहुत साए
पर ग़म है यहाँ किसको, आती है तो रात आए
हम रात के सीने में, एक शम्मा जला देंगे
तुम साथ हो जब अपने...
हम तो हैं दिल वाले, खंजर से नहीं मरते
हम ज़ुल्फ़ों के क़ैदी हैं, सूली से नहीं डरते
सूली को भी ज़ुल्फ़ों की ज़ंजीर बना देंगे
तुम साथ हो जब अपने...
ऐ अहल-ए-जहां तुमको, नफ़रत की है बीमारी
भड़काया करो शोले, फेंका करो चिंगारी
हम प्यार की शबनम से, हर आग बुझा देंगे
तुम साथ हो जब अपने...
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