Movie/Album: इश्किया (2010)
Music By: विशाल भारद्वाज
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: रेखा भारद्वाज
अब मुझे कोई इंतज़ार कहाँ
वो जो बहते थे आबशार कहाँ
अब मुझे कोई इंतज़ार...
आँख के एक गाँव में, रात को ख्वाब आते थे
छूने से बहते थे, बोले तो कहते थे
उड़ते ख़्वाबों का एतबार कहाँ
अब मुझे कोई इंतज़ार...
जिन दिनों आप थे, आँख में धूप थी
जिन दिनों आप रहते थे, आँख में धूप रहती थी
अब तो जाले ही जाले हैं, ये भी जाने ही वाले हैं
वो जो था दर्द का करार कहाँ
अब मुझे कोई इंतज़ार...
Music By: विशाल भारद्वाज
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: रेखा भारद्वाज
अब मुझे कोई इंतज़ार कहाँ
वो जो बहते थे आबशार कहाँ
अब मुझे कोई इंतज़ार...
आँख के एक गाँव में, रात को ख्वाब आते थे
छूने से बहते थे, बोले तो कहते थे
उड़ते ख़्वाबों का एतबार कहाँ
अब मुझे कोई इंतज़ार...
जिन दिनों आप थे, आँख में धूप थी
जिन दिनों आप रहते थे, आँख में धूप रहती थी
अब तो जाले ही जाले हैं, ये भी जाने ही वाले हैं
वो जो था दर्द का करार कहाँ
अब मुझे कोई इंतज़ार...
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