Movie/Album: संजू (2018)
Music By: रोहन-रोहन
Lyrics By: पुनीत शर्मा
Performed By: सोनू निगम, सुनिधि चौहान
प्राण प्रिये
तुम किशन हो मैं राधा
तुम सुई हो मैं हूँ धागा
फिर संगम क्यों हो आधा
आधा, आधा
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
शादी करले साँवरिया
फूटेगी फिर फुलझड़ियाँ
बढ़िया बढ़िया
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
पर मैं आज़ाद हूँ चिड़िया
रख तू अपनी फुलझड़ियाँ
बढ़िया बढ़िया
चट मंगनी, कर पट मंगनी
मुझे पत्नी बना ले झटपट अपनी
सुन पगली, मैं हूँ छोरा जंगली
अरे काहे को बनाना चाहे मेरी चटनी
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया...
सुन सजना, कल आया सपना
सपने में मैंने देखा मंडप अपना
सब तारे थे बाराती संग
नाच रहे थे सूरज चंदा
जाग जा रे पगली तू
सपना नहीं है ये है दुर्घटना, दुर्घटना
सूरज से मंडप जल जायेगा
मुझे नहीं पकना, नहीं पकना
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
हम क्यूँ फूँके ये दुनिया
रख तू अपनी फुलझड़ियाँ
बढ़िया बढ़िया
तेरे बगिया में आ के फूल खिला दूँगी मैं
कर शादी
अरे भूल जा तू फूल-वूल
बगिया में करनी है खेती-बाड़ी
आठ-दस बच्चे होंगे, तुतला लेंगे
मम्मी-डैडी, मम्मी-डैडी
अभी क्या कम है जो हम भी बढ़ाएँ
दुनिया की आबादी
अरे हम दो हमारे दो
अपना लेंगे हम ये नारा, ये नारा
पालूँगा मैं वो भी कैसे
नौकरी नहीं है मैं हूँ आवारा, आवारा
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
पर पहले ढूँढो नौकरिया
फोड़ेंगे फिर फुलझड़ियाँ
बढ़िया बढ़िया...
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
दोनों आज़ाद हैं चिड़िया
पहले ढूँढो नौकरिया
बढ़िया बढ़िया
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
ढूँढूँगा मैं नौकरिया
फूटेंगी फिर फुलझड़ियाँ
समझे? आँ? बढ़िया
Music By: रोहन-रोहन
Lyrics By: पुनीत शर्मा
Performed By: सोनू निगम, सुनिधि चौहान
प्राण प्रिये
तुम किशन हो मैं राधा
तुम सुई हो मैं हूँ धागा
फिर संगम क्यों हो आधा
आधा, आधा
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
शादी करले साँवरिया
फूटेगी फिर फुलझड़ियाँ
बढ़िया बढ़िया
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
पर मैं आज़ाद हूँ चिड़िया
रख तू अपनी फुलझड़ियाँ
बढ़िया बढ़िया
चट मंगनी, कर पट मंगनी
मुझे पत्नी बना ले झटपट अपनी
सुन पगली, मैं हूँ छोरा जंगली
अरे काहे को बनाना चाहे मेरी चटनी
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया...
सुन सजना, कल आया सपना
सपने में मैंने देखा मंडप अपना
सब तारे थे बाराती संग
नाच रहे थे सूरज चंदा
जाग जा रे पगली तू
सपना नहीं है ये है दुर्घटना, दुर्घटना
सूरज से मंडप जल जायेगा
मुझे नहीं पकना, नहीं पकना
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
हम क्यूँ फूँके ये दुनिया
रख तू अपनी फुलझड़ियाँ
बढ़िया बढ़िया
तेरे बगिया में आ के फूल खिला दूँगी मैं
कर शादी
अरे भूल जा तू फूल-वूल
बगिया में करनी है खेती-बाड़ी
आठ-दस बच्चे होंगे, तुतला लेंगे
मम्मी-डैडी, मम्मी-डैडी
अभी क्या कम है जो हम भी बढ़ाएँ
दुनिया की आबादी
अरे हम दो हमारे दो
अपना लेंगे हम ये नारा, ये नारा
पालूँगा मैं वो भी कैसे
नौकरी नहीं है मैं हूँ आवारा, आवारा
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
पर पहले ढूँढो नौकरिया
फोड़ेंगे फिर फुलझड़ियाँ
बढ़िया बढ़िया...
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
दोनों आज़ाद हैं चिड़िया
पहले ढूँढो नौकरिया
बढ़िया बढ़िया
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया
ढूँढूँगा मैं नौकरिया
फूटेंगी फिर फुलझड़ियाँ
समझे? आँ? बढ़िया
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