Movie/Album: अनुभव (1971)
Music By: कनु रॉय
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: गीता दत्त
मेरा दिल जो मेरा होता
पलकों से पकड़ लेती
होंठों पे उठा लेती
हाथों में ख़ुदा होता
मेरा दिल जो मेरा...
सूरज को मसल कर मैं
चन्दन की तरह मलती
सोने-सा बदन ले कर
कुन्दन की तरह जलती
इस गोरे से चेहरे पर
आईना फ़िदा होता
मेरा दिल जो मेरा...
बरसा है कई बरसों
आकाश समंदर में
इक बूँद है चन्दा की
उतरी न समुन्दर में
दो हाथों के ओक में ये
गिर पड़ता तो क्या होता
हाथों में ख़ुदा होता
मेरा दिल जो मेरा...
Music By: कनु रॉय
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: गीता दत्त
मेरा दिल जो मेरा होता
पलकों से पकड़ लेती
होंठों पे उठा लेती
हाथों में ख़ुदा होता
मेरा दिल जो मेरा...
सूरज को मसल कर मैं
चन्दन की तरह मलती
सोने-सा बदन ले कर
कुन्दन की तरह जलती
इस गोरे से चेहरे पर
आईना फ़िदा होता
मेरा दिल जो मेरा...
बरसा है कई बरसों
आकाश समंदर में
इक बूँद है चन्दा की
उतरी न समुन्दर में
दो हाथों के ओक में ये
गिर पड़ता तो क्या होता
हाथों में ख़ुदा होता
मेरा दिल जो मेरा...
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