Movie/Album: नमस्ते इंग्लैंड (2018)
Music By: मनन शाह
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: राहत फ़तेह अली खान, अल्तमश फ़रीदी, शादाब फ़रीदी
मैं यहाँ मैं वहाँ, चाहे जाऊँ जहाँ
पूछता है ये दिल, तू कहाँ, तू कहाँ
मैं सारा जग छोड़ के
निकला हूँ इक तेरे ही वास्ते
दूरियाँ हैं बिछीं रास्ते रास्ते
कितनी भी दूरी हो, कोई मजबूरी हो
मैंने ये ठाना है, तुझको ही पाना है
आ रहा हूँ मैं बन के दीवाना
मान ही लेगा इक दिन ज़माना
तू मेरी, मैं तेरा
तू मेरी, मैं तेरा...
मेरी तन्हाइयाँ कर रही हैं बयाँ
उन दिनों की हसीं दास्ताँ
जब के हम साथ थे, हाथ में हाथ थे
लम्हा लम्हा हसीं था समा
यादें बरसे ना क्यूँ, आँखें तरसे ना क्यूँ
ढूँढती हैं ये तेरा ठिकाना
तू मिले तो है बस ये बताना
तू मेरी मैं तेरा...
ये सफ़र है कठिन, मुश्किलें रात दिन
साये की तरह है साथ मेरे
पाँव ज़ख़्मी सही, दिल को है ज़िद यही
जाना ही है इसे पास तेरे
राह का सूनापन, और तन की थकन
कितने तीरों का मैं हूँ निशाना
फिर भी जाना तो मैंने ये जाना
तू मेरी मैं तेरा...
Music By: मनन शाह
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: राहत फ़तेह अली खान, अल्तमश फ़रीदी, शादाब फ़रीदी
मैं यहाँ मैं वहाँ, चाहे जाऊँ जहाँ
पूछता है ये दिल, तू कहाँ, तू कहाँ
मैं सारा जग छोड़ के
निकला हूँ इक तेरे ही वास्ते
दूरियाँ हैं बिछीं रास्ते रास्ते
कितनी भी दूरी हो, कोई मजबूरी हो
मैंने ये ठाना है, तुझको ही पाना है
आ रहा हूँ मैं बन के दीवाना
मान ही लेगा इक दिन ज़माना
तू मेरी, मैं तेरा
तू मेरी, मैं तेरा...
मेरी तन्हाइयाँ कर रही हैं बयाँ
उन दिनों की हसीं दास्ताँ
जब के हम साथ थे, हाथ में हाथ थे
लम्हा लम्हा हसीं था समा
यादें बरसे ना क्यूँ, आँखें तरसे ना क्यूँ
ढूँढती हैं ये तेरा ठिकाना
तू मिले तो है बस ये बताना
तू मेरी मैं तेरा...
ये सफ़र है कठिन, मुश्किलें रात दिन
साये की तरह है साथ मेरे
पाँव ज़ख़्मी सही, दिल को है ज़िद यही
जाना ही है इसे पास तेरे
राह का सूनापन, और तन की थकन
कितने तीरों का मैं हूँ निशाना
फिर भी जाना तो मैंने ये जाना
तू मेरी मैं तेरा...
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