Movie/Album: सुर (2002)
Music By: एम.एम.क्रीम
Lyrics By: निदा फ़ाज़ली
Performed By: सुनिधि चौहान
दिल में जागी धड़कन ऐसे
पहला-पहला पानी जैसे
ऐसा छाया मुझपे जादू
हा-हा ही-ही हे-हे हो-हो
भूली मैं सब आना-जाना
गाना-वाना, खोना-पाना
किसकी निगाहों से
दिल में जागी...
बदली ज़मीं आसमाँ ये जहां
मुझमें नाचे-गाये घूमे-झूमे
दिल में जागी...
कोई सपना, छुप-छुप के साँसों में मेरी चलता है
कोई अपना
कोई अपना, दीपक-सा राहों में मेरी जलता है
देखूँ सपना
थोड़ी मैं सोऊँ, थोड़ी मैं जागूँ
जागूँ ना सोऊँ, लगता है सारा उल्टा-पुल्टा
दिल में जागी...
बातें दिल की, अनजाने होंठों से कोई पढ़ता है
सीधा सब कुछ, देखूँ तो नज़रों को टेढ़ा लगता है
चंदा धरती पर, धरती अम्बर में
अम्बर पैरों में, लगता है सारा उल्टा-पुल्टा
दिल में जागी...
Music By: एम.एम.क्रीम
Lyrics By: निदा फ़ाज़ली
Performed By: सुनिधि चौहान
दिल में जागी धड़कन ऐसे
पहला-पहला पानी जैसे
ऐसा छाया मुझपे जादू
हा-हा ही-ही हे-हे हो-हो
भूली मैं सब आना-जाना
गाना-वाना, खोना-पाना
किसकी निगाहों से
दिल में जागी...
बदली ज़मीं आसमाँ ये जहां
मुझमें नाचे-गाये घूमे-झूमे
दिल में जागी...
कोई सपना, छुप-छुप के साँसों में मेरी चलता है
कोई अपना
कोई अपना, दीपक-सा राहों में मेरी जलता है
देखूँ सपना
थोड़ी मैं सोऊँ, थोड़ी मैं जागूँ
जागूँ ना सोऊँ, लगता है सारा उल्टा-पुल्टा
दिल में जागी...
बातें दिल की, अनजाने होंठों से कोई पढ़ता है
सीधा सब कुछ, देखूँ तो नज़रों को टेढ़ा लगता है
चंदा धरती पर, धरती अम्बर में
अम्बर पैरों में, लगता है सारा उल्टा-पुल्टा
दिल में जागी...
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