Movie/Album: रोमियो अकबर वॉल्टर (2019)
Music By: शब्बीर अहमद
Lyrics By: शब्बीर अहमद
Performed By: समीर खान, मनीष सिंह, श्रेयस पुराणिक, जय मेहता, मयूर सखारे, तेजस माहुरे
माँगे सदा, तेरे ही दर से दुआ
हो माँगे सदा, तेरे ही दर से दुआ
तू जो सुने ना मेरा ये दर्द
तो किसको सुनाऊँगा मैं
ख़ाली उठा तेरे दर से जो मैं
तो फिर कौन से दर पे जाऊँगा मैं
अल्लाह
करबे करबला, मददे सल्लल्लाह
हक अल्लाह या अल्लाह हू अल्लाह हू
आप रसूले ख़ुदा, अल्लाह हू अल्लाह
आप हबीबे ख़ुदा, अल्लाह हू अल्लाह
आप नबी मुस्तफ़ा, अल्लाह हू अल्लाह
या रसूलल्लाह, या रसूलल्लाह
या रसूलल्लाह, या रसूलल्लाह
आप रसूले ख़ुदा...
ख़ारे ख़ारे आँखों से आँसू बहे
रूह दा दे गम आप से ना तो किससे कहें
ख़ारे ख़ारे आँखों से...
करबे करबला, मददे सल्लल्लाह...
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
ख़ाली ख़ाली दयारों को हासिल हुई
अंधेरे घर में रौशनी दाख़िल हुई
ख़ाली ख़ाली दायरों को...
गुनहगार अपने गुनाहों पे नादिम हुए
तब ज़िन्दगी जीने के क़ाबिल हुई
सूरज का रुकना, चाँद का टूटना
आप के इशारे पे या रसूलल्लाह
अल्लाह हू अल्लाह हू
आप रसूले ख़ुदा...
दुरुदो पाक दुरुदो सलाम पढ़ते हैं
गुनहगार हैं फरियाद आप से करते हैं
दरारें दिल की दयारों में पड़ गयी है मौला
आप की ज़ात से उम्मीद ग़ुलाम करते हैं
आप हैं अल्लाह के प्यारे या रसूलल्लाह
आप हैं शरके सहारे या रसूलल्लाह
आप काली कमली वाले या रसूलल्लाह
आप हैं रब के दुलारे या रसूलल्लाह
या रसूलल्लाह, या रसूलल्लाह
रसूलल्लाह
नबीये पाक रसूलल्लाह
नबीये पाक रसूलल्लाह
Music By: शब्बीर अहमद
Lyrics By: शब्बीर अहमद
Performed By: समीर खान, मनीष सिंह, श्रेयस पुराणिक, जय मेहता, मयूर सखारे, तेजस माहुरे
माँगे सदा, तेरे ही दर से दुआ
हो माँगे सदा, तेरे ही दर से दुआ
तू जो सुने ना मेरा ये दर्द
तो किसको सुनाऊँगा मैं
ख़ाली उठा तेरे दर से जो मैं
तो फिर कौन से दर पे जाऊँगा मैं
अल्लाह
करबे करबला, मददे सल्लल्लाह
हक अल्लाह या अल्लाह हू अल्लाह हू
आप रसूले ख़ुदा, अल्लाह हू अल्लाह
आप हबीबे ख़ुदा, अल्लाह हू अल्लाह
आप नबी मुस्तफ़ा, अल्लाह हू अल्लाह
या रसूलल्लाह, या रसूलल्लाह
या रसूलल्लाह, या रसूलल्लाह
आप रसूले ख़ुदा...
ख़ारे ख़ारे आँखों से आँसू बहे
रूह दा दे गम आप से ना तो किससे कहें
ख़ारे ख़ारे आँखों से...
करबे करबला, मददे सल्लल्लाह...
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
सल्ललाहु अलैहि वसल्लम
ख़ाली ख़ाली दयारों को हासिल हुई
अंधेरे घर में रौशनी दाख़िल हुई
ख़ाली ख़ाली दायरों को...
गुनहगार अपने गुनाहों पे नादिम हुए
तब ज़िन्दगी जीने के क़ाबिल हुई
सूरज का रुकना, चाँद का टूटना
आप के इशारे पे या रसूलल्लाह
अल्लाह हू अल्लाह हू
आप रसूले ख़ुदा...
दुरुदो पाक दुरुदो सलाम पढ़ते हैं
गुनहगार हैं फरियाद आप से करते हैं
दरारें दिल की दयारों में पड़ गयी है मौला
आप की ज़ात से उम्मीद ग़ुलाम करते हैं
आप हैं अल्लाह के प्यारे या रसूलल्लाह
आप हैं शरके सहारे या रसूलल्लाह
आप काली कमली वाले या रसूलल्लाह
आप हैं रब के दुलारे या रसूलल्लाह
या रसूलल्लाह, या रसूलल्लाह
रसूलल्लाह
नबीये पाक रसूलल्लाह
नबीये पाक रसूलल्लाह
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