Movie/Album: हासिल (2003)
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: इसरार अंसारी
Performed By: अभिजीत
आँखें भी होती हैं दिल की ज़ुबाँ
बिन बोले कर देती हैं, हालत ये पल में बयाँ
आँखें भी होती...
ख़ामोशी भी तो प्यार में
रखती बहुत ही असर है
कब इश्क हो जाये यहाँ
दिल को कहाँ ये खबर है
दो दिल के ये सिलसिले
छुप सके है कहाँ
आँखें भी होती...
नींद आये ना जब आँखों में
बढ़ने लगे बेकरारी
शबनम को भी छूने से जब
महसूस हो चिंगारी
तो ऐसा क्यों लगता है
एक है ज़मीं-आसमाँ
आँखें भी होती...
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: इसरार अंसारी
Performed By: अभिजीत
आँखें भी होती हैं दिल की ज़ुबाँ
बिन बोले कर देती हैं, हालत ये पल में बयाँ
आँखें भी होती...
ख़ामोशी भी तो प्यार में
रखती बहुत ही असर है
कब इश्क हो जाये यहाँ
दिल को कहाँ ये खबर है
दो दिल के ये सिलसिले
छुप सके है कहाँ
आँखें भी होती...
नींद आये ना जब आँखों में
बढ़ने लगे बेकरारी
शबनम को भी छूने से जब
महसूस हो चिंगारी
तो ऐसा क्यों लगता है
एक है ज़मीं-आसमाँ
आँखें भी होती...
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