Movie/Album: इश्क विश्क (2003)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक
मेरे दिल को ये क्या हो गया
मैं ना जानूँ कहाँ खो गया
क्यों लगे दिन में भी रात है
धूप में जैसे बरसात है
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार
क्या इसको ही कहते हैं प्यार
मेरे दिल को ये...
सपने नए सजने लगे
दुनिया नयी लगने लगी
पहले कभी ऐसा ना हुआ
क्या प्यास ये जगने लगी
मदहोशियों का है समां
वो झुकने लगा आसमाँ
ख़ामोशी बनी है ज़ुबाँ
छेड़े है कोई दास्ताँ
धड़कन पे भी छाया है ख़ुमार
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार
आईने में जो देखा तो दिखा
आई शरम आँखें झुकी
धक् से मेरा धड़का जिया
इक पल को ये साँसें रुकी
अब चोरी सताने लगी
रातों को जगाने लगी
मैं यूँ ही मचलने लगी
कुछ-कुछ बदलने लगी
जाने रहती हूँ क्यूँ बेक़रार
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार
मेरे दिल को ये...
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: समीर
Performed By: अल्का याग्निक
मेरे दिल को ये क्या हो गया
मैं ना जानूँ कहाँ खो गया
क्यों लगे दिन में भी रात है
धूप में जैसे बरसात है
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार
क्या इसको ही कहते हैं प्यार
मेरे दिल को ये...
सपने नए सजने लगे
दुनिया नयी लगने लगी
पहले कभी ऐसा ना हुआ
क्या प्यास ये जगने लगी
मदहोशियों का है समां
वो झुकने लगा आसमाँ
ख़ामोशी बनी है ज़ुबाँ
छेड़े है कोई दास्ताँ
धड़कन पे भी छाया है ख़ुमार
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार
आईने में जो देखा तो दिखा
आई शरम आँखें झुकी
धक् से मेरा धड़का जिया
इक पल को ये साँसें रुकी
अब चोरी सताने लगी
रातों को जगाने लगी
मैं यूँ ही मचलने लगी
कुछ-कुछ बदलने लगी
जाने रहती हूँ क्यूँ बेक़रार
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार
मेरे दिल को ये...
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