Movie/Album: सुपर 30 (2019)
Music By: अजय-अतुल
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: उदित नारायण, श्रेया घोषाल
जब से हुआ तेरे नज़दीक है
दिल के मोहल्ले में सब ठीक है
जब से हुआ तेरे नज़दीक है
दिल के मोहल्ले में सब ठीक है
ज़रा सा किताबों में कम ध्यान है
ज़्यादा तेरे ख़यालों में है
तुझसे जो मिल के मज़ा है
कहाँ वो गणित के सवालों में है
कर के गुस्ताखियाँ
माँगे ना माफियाँ
तेरी चाहत ने बदला मेरे
दिल का जुगराफिया
कर के गुस्ताखियाँ...
साइकिल पर ले के जाऊँगा
समोसे गरम खिलाऊँगा मैं
कर वादा शनिवार को
भगवान के भरोसे, छोड़ के समोसे
भूल जाये सोमवार को
तेरे लिए घर से निकलती हूँ
जब कहता है मिलती हूँ
घर वालों से छुप के तुझे
परवाह नहीं है मेरी ज़्यादती है तेरी
क्या समझ रखा है प्यार को
तुझे किस तरहा बताऊँ मैं
कितना ज़रूरी तेरा प्यार है
मेरे अंधियारे से जीवन में
तू ही सफेदी की चमकार है
कर के गुस्ताखियाँ...
जग को मैं जीनियस लगता हूँ
चेहरा ये सीरियस रखता हूँ
अंदर से दिल फेंक हूँ
माना हूँ छोटे घर का
जेब से हूँ कड़का
लड़का मैं बड़ा ही नेक हूँ
तेरे चेहरे पे सारे मरते हैं
बाकी लड़के भी वादे करते हैं
लेकिन निभाते नहीं
मौक़े पे काम आए, वादा जो निभाए
इकलौता मैं ही एक हूँ
मत घबराना मुहूरत हमारे
मिलन का निकट है पिया
बस इक गुगली से पापा का तुझको
गिराना विकेट है पिया
कर के गुस्ताखियाँ...
Music By: अजय-अतुल
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: उदित नारायण, श्रेया घोषाल
जब से हुआ तेरे नज़दीक है
दिल के मोहल्ले में सब ठीक है
जब से हुआ तेरे नज़दीक है
दिल के मोहल्ले में सब ठीक है
ज़रा सा किताबों में कम ध्यान है
ज़्यादा तेरे ख़यालों में है
तुझसे जो मिल के मज़ा है
कहाँ वो गणित के सवालों में है
कर के गुस्ताखियाँ
माँगे ना माफियाँ
तेरी चाहत ने बदला मेरे
दिल का जुगराफिया
कर के गुस्ताखियाँ...
साइकिल पर ले के जाऊँगा
समोसे गरम खिलाऊँगा मैं
कर वादा शनिवार को
भगवान के भरोसे, छोड़ के समोसे
भूल जाये सोमवार को
तेरे लिए घर से निकलती हूँ
जब कहता है मिलती हूँ
घर वालों से छुप के तुझे
परवाह नहीं है मेरी ज़्यादती है तेरी
क्या समझ रखा है प्यार को
तुझे किस तरहा बताऊँ मैं
कितना ज़रूरी तेरा प्यार है
मेरे अंधियारे से जीवन में
तू ही सफेदी की चमकार है
कर के गुस्ताखियाँ...
जग को मैं जीनियस लगता हूँ
चेहरा ये सीरियस रखता हूँ
अंदर से दिल फेंक हूँ
माना हूँ छोटे घर का
जेब से हूँ कड़का
लड़का मैं बड़ा ही नेक हूँ
तेरे चेहरे पे सारे मरते हैं
बाकी लड़के भी वादे करते हैं
लेकिन निभाते नहीं
मौक़े पे काम आए, वादा जो निभाए
इकलौता मैं ही एक हूँ
मत घबराना मुहूरत हमारे
मिलन का निकट है पिया
बस इक गुगली से पापा का तुझको
गिराना विकेट है पिया
कर के गुस्ताखियाँ...
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