रफ्ता रफ्ता - Rafta Rafta (Udit Narayan, Sujatha, Hulchul)

Movie/Album: हलचल (2004)
Music By: विद्यासागर
Lyrics By: समीर
Performed By: उदित नारायण, सुजाता

रफ्ता-रफ्ता हौले-हौले दिल को चुराया तुमने
दिल को तो पता भी न चला
चोरी-चोरी चुपके-चुपके जादू जगाया तुमने
दिल को तो पता भी न चला
कभी हाँ, कभी ना हम करते रहे
छुपके आहें भी भरते रहे
देखते देखते ये क्या हो गया

रातों में अब, तेरा सपना, मुझको आता है
एक अंगडाई, एक बेचैनी, दे के जाता है
तेरी आँखों का मैं दीवाना हूँ
तेरे होंठों का मैं पैमाना हूँ
तू ये जाने ना...

इस पहलु में, इस दामन में, मुझको रहना है
दर्द जुदाई, का एक पल भी, अब न सहना है
मेरी यादों में जानेजां तू है
मेरी साँसों में तेरी खुशबू है
तू ही मेरी जान...

2 comments :

  1. उदित जी को छत्‍तीसगढ़ राज्‍योत्‍सव रायपुर में देखा सुना था मिला भी था लिरीक्‍स बहुत अच्‍छी है

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