Movie/Album: छाया (1961)
Music By: सलिल चौधरी
Lyrics By: राजेन्द्र कृष्ण
Performed By: तलत महमूद, लता मंगेशकर
लता, तलत
इतना न मुझसे तू प्यार बढ़ा
कि मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूँ
कि मैं खुद बेघर बेचारा
इसलिये तुझसे मैं प्यार करूँ
कि तू एक बादल आवारा
जनम-जनम से हूँ साथ तेरे
है नाम मेरा जल की धारा
मुझे एक जगह आराम नहीं
रुक जाना मेरा काम नहीं
मेरा साथ कहाँ तक दोगी तुम
मै देश-विदेश का बंजारा
इतना न मुझसे तू...
ओ नील गगन के दीवाने
तू प्यार न मेरा पहचाने
मैं तब तक साथ चलूँ तेरे
जब तक न कहे तू मैं हारा
इसलिये तुझसे मैं...
क्यूँ प्यार में तू नादान बने
इक पागल का अरमान बने
अब लौट के जाना मुश्किल है
मैंने छोड़ दिया है जग सारा
इतना न मुझसे तू...
तलत महमूद
इतना न मुझसे तू प्यार बढ़ा
कि मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूँ
कि मैं खुद बेघर बेचारा
अरमान था गुलशन पर बरसूँ
एक शोख के दामन पर बरसूँ
अफ़सोस जली मिट्टी पे मुझे
तक़दीर ने मेरी दे मारा
इतना न मुझसे तू...
मदहोश हमेशा रहता हूँ
खामोश हूँ कब कुछ कहता हूँ
कोई क्या जाने मेरे सीने में
है बिजली का भी अंगारा
इतना न मुझसे तू...
इतना न मुझसे तू - Itna Na Mujhse Tu (Talat Mahmood, Lata Mangeshkar, Chhaya)
Labels:
1960s
,
1961
,
Chhaya
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Lata Mangeshkar
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Rajendra Krishan
,
Salil Choudhary
,
Talat Mahmood
not in sync, kai paragraph nahi hai,
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