Movie/Album: हरे रामा हरे कृष्णा (1971)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार, लता मंगेशकर
फूलों का, तारों का, सबका कहना है
एक हजारों में मेरी बहना है
सारी उमर, हमें संग रहना है
किशोर कुमार
जबसे मेरी आँखों से हो गयी तू दूर
तबसे सारे जीवन के सपने हैं चूर
आँखों में नींद ना मन में चैना है
एक हजारों में...
देखो हम तुम दोनों हैं इक डाली के फूल
मैं ना भूला, तू कैसे मुझको गई भूल
आ मेरे पास आ, कह जो कहना है
एक हजारों में...
जीवन के दुखों से यूँ डरते नहीं हैं
ऐसे बच के सच से गुज़रते नहीं हैं
सुख की है चाह तो, दुःख भी सहना है
एक हज़ारों में...
लता
ये न जाना दुनिया ने, तू है क्यों उदास
तेरी प्यासी आँखों में, प्यार की है प्यास
आ मेरे पास आ, कह जो कहना है
एक हजारों में...
भोली-भाली जापानी गुड़िया जैसी तू
प्यारी-प्यारी जादू की पुड़िया जैसी तू
डैडी का, मम्मी का, सबका कहना है
सारी उमर हमें...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार, लता मंगेशकर
फूलों का, तारों का, सबका कहना है
एक हजारों में मेरी बहना है
सारी उमर, हमें संग रहना है
किशोर कुमार
जबसे मेरी आँखों से हो गयी तू दूर
तबसे सारे जीवन के सपने हैं चूर
आँखों में नींद ना मन में चैना है
एक हजारों में...
देखो हम तुम दोनों हैं इक डाली के फूल
मैं ना भूला, तू कैसे मुझको गई भूल
आ मेरे पास आ, कह जो कहना है
एक हजारों में...
जीवन के दुखों से यूँ डरते नहीं हैं
ऐसे बच के सच से गुज़रते नहीं हैं
सुख की है चाह तो, दुःख भी सहना है
एक हज़ारों में...
लता
ये न जाना दुनिया ने, तू है क्यों उदास
तेरी प्यासी आँखों में, प्यार की है प्यास
आ मेरे पास आ, कह जो कहना है
एक हजारों में...
भोली-भाली जापानी गुड़िया जैसी तू
प्यारी-प्यारी जादू की पुड़िया जैसी तू
डैडी का, मम्मी का, सबका कहना है
सारी उमर हमें...
best :)
ReplyDeleteGreat song I have send this to my sis and she got emotional such a nice song
ReplyDeletehttps://musicguitarstation.blogspot.in/2016/07/guitar-chords-phoolon-ka-taro-ka-sabka.html?m=0
ReplyDeletecheck out chords of this beautiful song :-)
very excellent
ReplyDeletevery nice song
ReplyDeleteVvv nice
ReplyDeleteThere is one mistake in that line
ReplyDeleteजीवन के दुखों से यूं डरते नहीं हैं....this is the correct line...
Nice song for rakshabandhan
ReplyDeleteपुराने गीतकार बहुत सुंदर गीत लिखते थे, वो भी भारतीय संस्कृतीका जतन करने के लिये. न की उसे नष्ट करनेके लिये जैसे आजकल होता हैं. आजकल तो पश्चिमी संस्कृतीके फैलावके लिये लिखा जाता हैं. पुराने सभी गीतकार सिरीयस चिंतक भी थे. उन्हे वंदना.
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