Movie/Album: खजांची (1951)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: आशा भोंसले
आई दिवाली आई, कैसे उजाले लायी
घर-घर खुशियों के दीप जले
सूरज को शरमाये ये, चरागों की क़तारें
रोज़ रोज़ कब आती हैं, उजाले की ये बहारें
आरी सखी. आरी सखीआज रात सखी बालम से
दिल जीते या दिल हारे
आई दिवाली आई...
रह-रह के फूटी फुलझड़ियाँ, लागे मेले रंगों के
कदम-कदम पे तीर चले हैं, जागे भाग पतंगों के
आरी सखी, आरी सखीआज रात को खुल के खेलें
हम भी खेल उमंगों के
आई दिवाली आई...
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: आशा भोंसले
आई दिवाली आई, कैसे उजाले लायी
घर-घर खुशियों के दीप जले
सूरज को शरमाये ये, चरागों की क़तारें
रोज़ रोज़ कब आती हैं, उजाले की ये बहारें
आरी सखी. आरी सखीआज रात सखी बालम से
दिल जीते या दिल हारे
आई दिवाली आई...
रह-रह के फूटी फुलझड़ियाँ, लागे मेले रंगों के
कदम-कदम पे तीर चले हैं, जागे भाग पतंगों के
आरी सखी, आरी सखीआज रात को खुल के खेलें
हम भी खेल उमंगों के
आई दिवाली आई...
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