वाह वाह राम जी - Wah Wah Ram Ji (Hum Aapke Hain Koun)

Movie/Album: हम आपके हैं कौन (1994)
Music By: राम लक्ष्मण
Lyrics By: रविंदर रावल
Performed By: लता मंगेशकर, एस.पी.बालासुब्रमन्यम

वाह वाह राम जी
जोड़ी क्या बनाई
भैया और भाभी को
बधाई हो बधाई
सब रसमों से बड़ी है जग में
दिल से दिल की सगाई

आपकी कृपा से ये
शुभ घड़ी आई
जीजी और जीजा को
बधाई हो बधाई
सब रसमों से बड़ी है जग में
दिल से दिल की सगाई
वाह वाह राम जी...

मेरे भैया जो, चुप बैठे हैं
देखो भाभी ये, कैसे ऐंठे हैं
ऐसे बड़े ही भले हैं
माना थोड़े मनचले हैं
पर आप के सिवा कहीं भी न फिसले हैं
देखो देखो ख़ुद पे, जीजी इतराई
भैया और भाभी को
बधाई हो बधाई
सब रसमों से...

सुनो जीजाजी, अजी आप के लिये
मेरी जीजी ने, बड़े तप हैं किये
मन्दिरों में किये फेरे
पूजा साँझ-सवेरे
तीन लोक तैंतीस देवों को ये रही घेरे
जैसे मैंने माँगी थी, वैसी भाभी पाई
जीजी और जीजा को
बधाई हो बधाई
सब रसमों से...

कहना ही क्या - Kehna Hi Kya (K.S.Chithra, Bombay)

Movie/Album: बॉम्बे (1995)
Music By: ए.आर.रहमान
Lyrics By: महबूब
Performed By: के.एस.चित्रा

कहना ही क्या
ये नैन एक अन्जान से जो मिले
चलने लगे, मोहब्बत के जैसे ये सिलसिले
अरमां नये ऐसे दिल में खिले
जिनको कभी मैं ना जानूँ
वो हमसे, हम उनसे कभी ना मिले
कैसे मिले दिल ना जानूँ
अब क्या करें, क्या नाम लें
कैसे उन्हे मैं पुकारूँ

पहली ही नज़र में कुछ हम, कुछ तुम
हो जातें है यूँ गुम
नैनों से बरसे रिम-झिम, रिम-झिम
हमपे प्यार का सावन
शर्म थोड़ी-थोड़ी हमको, आये तो नज़रें झुक जाएँ
सितम थोड़ा-थोड़ा हमपे, शोख हवा भी कर जाये
ऐसी चली, आँचल उड़े, दिल में एक तूफ़ान उठे
हम तो लुट गये खड़े ही खड़े
कहना ही क्या...

इन होंठों ने माँगा सरगम, सरगम
तू और तेरा ही प्यार है
आँखें ढूंढे है जिसको हर दम, हर दम
तू और तेरा ही प्यार है
महफ़िल में भी तन्हां है दिल ऐसे, दिल ऐसे
तुझको खोना दे, डरता है ये ऐसे, ये ऐसे
आज मिली, ऐसी खुशी, झूम उठी दुनिया ये मेरी
तुमको पाया तो पाई ज़िन्दगी
कहना ही क्या...

ये हम आ गए हैं कहाँ - Ye Hum Aa Gaye Hain Kahan (Udit Narayan, Lata Mangeshkar, Veer Zaara)

Movie/Album: वीर ज़ारा (2004)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: उदित नारायण, लता मंगेशकर

लहराती हुई राहें, खोले हुए हैं बाँहें
ये हम आ गए हैं कहाँ
पलकों पे गहरे हलके, है रेशमी धुंधलके
ये हम आ गए हैं कहाँ

वो देखो ज़रा, पर्बतों पे घटायें
हमारी दास्ताँ, हौले से सुनाये
सुनो तो ज़रा, ये फूलों की वादी
हमारी ही कोई, कहानी है सुनाती
सपनों के इस नगर में, यादों की रहगुज़र में
ये हम आ गए हैं कहाँ...

जो राहों में है, रुत ने सोना बिखेरा
सुनहरा हुआ, तेरा-मेरा सवेरा
ज़मीं सो गयी, बर्फ की चादरों में
बस इक आग सी, जलती है दो दिलों में
हवाएँ सनासनाए, बदन काँप जाएँ
ये हम आ गए हैं कहाँ..

ये बरसात भी, कब थामें कौन जाने
तुम्हें मिल गए, प्यार के सौ बहाने
सितारों की है, जैसे बरात आई
हमारे लिए, रात यूँ जगमगाई
सपने भी झिलमिलायें, दिल में दीये जलायें
ये हम आ गए हैं कहाँ...

क्यों हवा - Kyon Hawa (Yash Chopra, Sonu Nigam, Lata Mangeshkar, Veer Zaara)

Movie/Album: वीर ज़ारा (2004)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: उदित नारायण

एक दिन जब सवेरे सवेरे
सुरमई से अंधेर की चादर हटा के
एक परबत के तकिये से
सूरज ने सर जो उठाया
तो देखा
दिल की वादी में चाहत का मौसम है
और यादों की डालियों पर
अनगिनत बीते लम्हों की कलियाँ महकने लगी हैं
अनकही, अनसुनी आरज़ू
आधी सोयी हुई, आधी जागी हुई
आँखें मलते हुए देखती है
लहर दर लहर, मौज दर मौज
बहती हुई ज़िन्दगी
जैसे हर एक पल नयी है
और फिर भी वही
हाँ, वही ज़िन्दगी
जिसके दामन में एक मोहब्बत भी है, कोई हसरत भी है
पास आना भी है, दूर जाना भी है
और ये एहसास है
वक़्त झरने सा बहता हुआ, जा रहा है
ये कहता हुवा
दिल की वादी में चाहत का मौसम है
और यादों की डालियों पर
अनगिनत बीते लम्हों की कलियाँ महकने लगी हैं

क्यूँ हवा आज यूँ गा रही है 
क्यूँ फिजा, रंग छलका रही है
मेरे दिल बता आज होना है क्या
चांदनी दिन में क्यूँ छा रही है
ज़िन्दगी किस तरफ जा रही है
मेरे दिल बता क्या है ये सिलसिला
क्यूँ हवा आज यूँ...

जहाँ तक भी जाएँ निगाहें, बरसते हैं जैसे उजाले
सजी आज क्यूँ है ये राहें, खिले फूल क्यूँ हैं निराले
खुश्बूयें, कैसी ये बह रही है
धड़कनें जाने क्या कह रही है
मेरे दिल बता ये कहानी है क्या
क्यूँ हवा आज यूँ...

ये किसका है चेहरा जिससे मैं, हर एक फूल में देखता हूँ
ये किसकी है आवाज़ जिसको, न सुन के भी मैं सुन रहा हूँ
कैसी ये आहटें आ रही हैं, कैसे ये ख्वाब दिखला रही है
मेरे दिल बता कौन है आ रहा
क्यूँ हवा आज यूँ...

मैं यहाँ हूँ - Main Yahan Hoon (Udit Narayan, Veer Zaara)

Movie/Album: वीर ज़ारा (2004)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: उदित नारायण

जानम देख लो मिट गयी दूरियाँ
मैं यहाँ हूँ, यहाँ हूँ, यहाँ हूँ, यहाँ
कैसी सरहदें, कैसी मजबूरियाँमैं यहाँ हूँ, यहाँ हूँ, यहाँ हूँ, यहाँ

तुम छुपा ना सकोगी मैं वो राज़ हूँ
तुम भूला ना सकोगी वो अंदाज़ हूँ
गूँजता हूँ जो दिल में तो हैरां हो क्यूँ
मैं तुम्हारे ही दिल की तो आवाज़ हूँ
सुन सको, तो सुनो, धड़कनों की ज़बां
मैं यहाँ हूँ...

मैं ही मैं अब तुम्हारे ख़यालों में हूँ
मैं जवाबों में हूँ, मैं सवालों में हूँ
मैं तुम्हारे हर इक ख्वाब में हूँ बसा
मैं तुम्हारी नज़र के उजालों में हूँ
देखती, हो मुझे, देखती हो जहाँ
मैं यहाँ हूँ...

दो पल - Do Pal (Lata Mangeshkar, Sonu Nigam, Veer Zaara)

Movie/Album: वीर ज़ारा (2004)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: लता मंगेशकर, सोनू निगम

दो, पल रुका, ख्वाबों का कारवाँ
और फिर, चल दिए, तुम कहाँ, हम कहाँ
दो पल की थी, ये दिलों की दास्ताँ
और फिर, चल दिए, तुम कहाँ, हम कहाँ


तुम थे के थी कोई उजली किरण
तुम थे या कोई कली मुस्काई थी
तुम थे या सपनों का था सावन
तुम थे के खुशियों की घटा छाई थी
तुम थे के था कोई फूल खिला
तुम थे या मिला था मुझे नया जहां
दो पल रुका...

तुम थे या खुशबु हवाओं में थी
तुम थे या रंग सारी दिशाओं में थे
तुम थे या रोशनी राहों में थी
तुम थे या गीत गूँजे फ़िज़ाओं में थे
तुम थे मिले या मिली मंज़िलें
तुम थे के था जादू भरा कोई समां
दो पल रुका...

तेरे लिए - Tere Liye (Lata Mangeshkar, Roop Kumar Rathod, Veer Zaara)

Movie/Album: वीर ज़ारा (2004)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: लता मंगेशकर, रूप कुमार राठोड़

तेरे लिए, हम हैं जिये, होठों को सीये
तेरे लिए, हम हैं जिये, हर आँसू पिये
दिल में मगर, जलते रहे, चाहत के दीये
तेरे लिए, तेरे लिए

ज़िंदगी, ले के आई है
बीते दिनों की किताब
घेरे हैं, अब हमें
यादें बे-हिसाब
बिन पूछे, मिले मुझे
कितने सारे जवाब
चाहा था क्या, पाया है क्या
हमने देखिए
दिल में मगर...

क्या कहूँ, दुनिया ने किया
मुझसे कैसा बैर
हुकुम था, मैं जियूं
लेकिन तेरे बगैर
नादां हैं वो, कहते हैं जो
मेरे लिए तुम हो गैर
कितने सितम, हम पे सनम
लोगों ने किए
दिल में मगर...

जिया रे - Jiya Re (Neeti Mohan, Sofia Ashraf, Jab Tak Hai Jaan)

Movie/Album: जब तक है जान (2012)
Music By: ए.आर.रहमान
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: नीति मोहन, सोफ़िया अशरफ

चली रे, चली रे
जुनूं को लिए
कतरा, कतरा
लम्हों को पीये
पिंजरे से उड़ा
दिल का शिकरा
खुदी से मैंने इश्क किया रे
जिया, जिया रे जिया रे

छोटे-छोटे लम्हों को
तितली जैसे पकड़ो तो
हाथों में रंग रह जाता है
पंखों से जब छोडो तो
वक़्त चलता है
वक़्त का मगर रंग
उतरता है अक्किरा
उड़ते-उड़ते फिर एक लम्हा
मैंने पकड़ लिया रे
जिया जिया रे जिया रे...

हलके-हलके पर्दों में
मुस्कुराना अच्छा लगता है
रौशनी जो देता हो तो
दिल जलाना अच्छा लगता है
एक पल सही, उम्र भर इसे
साथ रखना अक्किरा
ज़िन्दगी से फिर एक वादा
मैंने कर लिया रे
जिया जिया रे जिया रे...

हीर - Heer (Harshdeep Kaur, Jab Tak Hai Jaan)

Movie/Album: जब तक है जान (2012)
Music By: ए.आर.रहमान
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: हर्षदीप कौर

हीर हीर ना आँखों अड़ियो
मैं ते साहेबा होई
घोड़ी ले के आवे लै जाए
हो मैनू लै जाए मिर्ज़ा कोई

ओहदे जे ही मैं, ते ओह मेरे वरगा
हंसदा-ए सजर-सवेरे वरगा
अन्खां बंद कर लै ते
ठन्डे हनेरे वरगा
ओहदे जे ही मैं, ते ओह मेरे मिर्ज़ा वरगा
हीर हीर ना...

नाल नाल टुर ना ते विथ रखणा
हद रख लेणा विच दिल रखणा
छाँवे-छाँवे पावे असी तेरी
पर छाँवे टुर ना
ओहदे जे ही मैं ते ओ मिर्ज़ा मेरे वरगा
हीर हीर ना...

सांस - Saans (Shreya Ghoshal, Mohit Chauhan, Jab Tak Hai Jaan)

Movie/Album: जब तक है जान (2012)
Music By: ए.आर.रहमान
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: श्रेया घोषाल, मोहित चौहान

साँस में तेरी साँस मिली तो
मुझे साँस आई
रूह ने छू ली जिस्म की खुश्बू
तू जो पास आई

कब तक होश संभाले कोई
होश उड़े तो उड़ जाने दो
दिल कब सीधी राह चला है
राह मुड़े तो मुड़ जाने दो
तेरे ख़याल में डूबके अक्सर
अच्छी लगी तन्हाई
साँस में तेरी...

रात तेरी बाँहों में कटे तो
सुबह बड़ी हलकी लगती है
आँख में रहने लगे हो क्या तुम
क्यूँ छलकी-छलकी लगती है
मुझको फिर से छू के बोलो
मेरी कसम क्या खाई
साँस में तेरी...

हम छोड़ चले हैं महफ़िल को - Hum Chhod Chale Hain Mehfil Ko (Mukesh, Ji Chahta Hai)

Movie/Album: जी चाहता है (1964)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: मुकेश

हम छोड़ चले हैं महफ़िल को
याद आये कभी तो मत रोना
इस दिल को तसल्ली दे लेना
घबराये कभी तो मत रोना
हम छोड़ चले हैं...

एक ख़्वाब सा देखा था हमने
जब आँख खुली तो टूट गया
ये प्यार तुम्हें सपना बनकर
तड़पाये कभी तो मत रोना
हम छोड़ चले हैं...

तुम मेरे ख़यालों में खोकर
बरबाद न करना जीवन को
जब कोई सहेली बात तुम्हें
समझाये कभी तो मत रोना
हम छोड़ चले हैं...

जीवन के सफ़र में तन्हाई
मुझको तो न ज़िन्दा छोड़ेगी
मरने की खबर ऐ जान-ए-जिगर
मिल जाये कभी तो मत रोना
हम छोड़ चले हैं...

तुम तो ठहरे परदेसी - Tum To Thehre Pardesi (Altaf Raja)

Movie/Album: तुम तो ठहरे परदेसी (1998)
Music By: मोहम्मद शफी नियाज़ी
Lyrics By: ज़हीर आलम
Performed By: अल्ताफ राजा

तुम तो ठहरे परदेसी, साथ क्या निभाओगे
सुबह पहली गाड़ी से, घर को लौट जाओगे
सुबह पहली गाड़ी से...

जब तुम्हें अकेले में मेरी याद आएगी
(खिंचे खिंचे हुए रहते हो, ध्यान किसका है
ज़रा बताओ तो ये इम्तेहान किसका है
हमें भुला दो मगर ये तो याद ही होगा
नई सड़क पे पुराना मकान किसका है)
जब तुम्हें अकेले में मेरी याद आएगी
आँसुओं की बारिश में तुम भी भीग जाओगे
तुम तो ठहरे परदेसी...

ग़म की धूप में दिल की हसरतें न जल जाएं
(तुझको देखेंगे सितारे तो ज़िया मांगेंगे
और प्यासे तेरी जुल्फों से घटा मांगेंगे
अपने कांधे से दुपट्टा न सरकने देना
वरना बूढ़े भी जवानी की दुआ मांगेंगे (ईमान से))
ग़म की धूप में दिल की हसरतें न जल जाएं
गेसुओं के साए में कब हमें सुलाओगे
तुम तो ठहरे परदेसी...

मुझको क़त्ल कर डालो शौक़ से मगर सोचो
(इस शहर-ए-नामुराद की इज़्ज़त करेगा कौन
अरे हम भी चले गए तो मुहब्बत करेगा कौन
इस घर की देखभाल को वीरानियां तो हों
जाले हटा दिये तो हिफ़ाज़त करेगा कौन)
मुझको क़त्ल कर डालो शौक़ से मगर सोचो
मेरे बाद तुम किस पर ये बिजलियां गिराओगे
तुम तो ठहरे परदेसी...

यूं तो ज़िंदगी अपनी मैकदे में गुज़री है
(अश्क़ों में हुस्न-ओ-रंग समोता रहा हूँ मैं
आंचल किसी का थाम के रोता रहा हूँ मैं
निखरा है जा के अब कहीं चेहरा शऊर का
बरसों इसे शराब से धोता रहा हूँ मैं)
(बहकी हुई बहार ने पीना सिखा दिया
पीता हूँ इस गरज़ से के जीना है चार दिन
मरने के इंतज़ार ने पीना सीखा दिया)
यूं तो ज़िंदगी अपनी मैकदे में गुज़री है
इन नशीली आँखों से कब हमें पिलाओगे
तुम तो ठहरे परदेसी...

क्या करोगे तुम आखिर कब्र पर मेरी आकर
जब तुम से इत्तेफ़ाकन मेरी नज़र मिली थी
अब याद आ रहा है, शायद वो जनवरी थी
तुम यूं मिलीं दुबारा, फिर माह-ए-फ़रवरी में
जैसे कि हमसफ़र हो, तुम राह-ए-ज़िंदगी में
कितना हसीं ज़माना, आया था मार्च लेकर
राह-ए-वफ़ा पे थीं तुम, वादों की टॉर्च लेकर
बाँधा जो अहद-ए-उल्फ़त अप्रैल चल रहा था
दुनिया बदल रही थी मौसम बदल रहा था
लेकिन मई जब आई, जलने लगा ज़माना
हर शख्स की ज़ुबां पर, था बस यही फ़साना
दुनिया के डर से तुमने, बदली थीं जब निगाहें
था जून का महीना, लब पे थीं गर्म आहें
जुलाई में जो तुमने, की बातचीत कुछ कम
थे आसमां पे बादल, और मेरी आँखें पुरनम
माह\-ए\-अगस्त में जब, बरसात हो रही थी
बस आँसुओं की बारिश, दिन रात हो रही थी
कुछ याद आ रहा है, वो माह था सितम्बर
भेजा था तुमने मुझको, तर्क़-ए-वफ़ा का लेटर
तुम गैर हो रही थीं, अक्टूबर आ गया था
दुनिया बदल चुकी थी, मौसम बदल चुका था
जब आ गया नवम्बर, ऐसी भी रात आई
मुझसे तुम्हें छुड़ाने, सजकर बारात आई
बेक़ैफ़ था दिसम्बर, जज़्बात मर चुके थे
मौसम था सर्द उसमें, अरमां बिखर चुके थे
लेकिन ये क्या बताऊं, अब हाल दूसरा है
अरे वो साल दूसरा था, ये साल दूसरा है
क्या करोगे तुम आखिर कब्र पर मेरी आकर
थोड़ी देर रो लोगे और भूल जाओगे
तुम तो ठहरे परदेसी...

हुसना - Husna (Piyush Mishra, Hitesh Sonik, Coke Studio MTV)

Movie/Album: कोक स्टूडियो एम.टीवी (2012)
Music By: पियूष मिश्रा, हितेश सोनिक
Lyrics By: पियूष मिश्रा
Performed By: पियूष मिश्रा

लाहौर के उस
पहले जिले के
दो परगना में पहुँचे
रेशम गली के
दूजे कूचे के
चौथे मकां में पहुँचे
और कहते हैं जिसको
दूजा मुल्क उस
पाकिस्तां में पहुँचे
लिखता हूँ ख़त में
हिन्दोस्तां से
पहलू-ए हुसना पहुँचे
ओ हुसना

मैं तो हूँ बैठा
ओ हुसना मेरी
यादों पुरानी में खोया
पल-पल को गिनता
पल-पल को चुनता
बीती कहानी में खोया
पत्ते जब झड़ते
हिन्दोस्तां में
यादें तुम्हारी ये बोलें
होता उजाला हिन्दोस्तां में
बातें तुम्हारी ये बोलें
ओ हुसना मेरी
ये तो बता दो
होता है, ऐसा क्या
उस गुलिस्तां में
रहती हो नन्हीं कबूतर सी
गुमसुम जहाँ
ओ हुसना

पत्ते क्या झड़ते हैं
पाकिस्तां में वैसे ही
जैसे झड़ते यहाँ
ओ हुसना
होता उजाला क्या
वैसा ही है
जैसा होता हिन्दोस्तां यहाँ
ओ हुसना

वो हीरों के रांझे के नगमें
मुझको अब तक, आ आके सताएं
वो बुल्ले शाह की तकरीरों के
झीने झीने साये
वो ईद की ईदी
लम्बी नमाजें
सेंवैय्यों की झालर
वो दिवाली के दीये संग में
बैसाखी के बादल
होली की वो लकड़ी जिनमें
संग-संग आंच लगाई
लोहड़ी का वो धुआं जिसमें
धड़कन है सुलगाई
ओ हुसना मेरी
ये तो बता दो
लोहड़ी का धुंआ क्या
अब भी निकलता है
जैसा निकलता था
उस दौर में हाँ वहाँ
ओ हुसना

क्यों एक गुलसितां ये
बर्बाद हो रहा है
एक रंग स्याह काला
इजाद हो रहा है

ये हीरों के, रांझों के नगमे
क्या अब भी, सुने जाते है हाँ वहाँ
ओ हुसना
और
रोता है रातों में
पाकिस्तां क्या वैसे ही
जैसे हिन्दोस्तां
ओ हुसना

उस मोड़ से शुरू करें - Us Mod Se Shuru Karein (Jagjit Singh, Chitra Singh)

Movie/Album: द लेटेस्ट (1982)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: सुदर्शन फ़ाकिर
Performed By: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह

उस मोड़ से शुरू करें फिर ये ज़िन्दगी
हर शय जहाँ हसीन थी, हम तुम थे अजनबी

लेकर चले थे हम जिन्हें जन्नत के ख़्वाब थे
फूलों के ख़्वाब थे वो मुहब्बत के ख़्वाब थे
लेकिन कहाँ है इनमें वो, पहली सी दिलकशी
उस मोड़ से शुरू...

रहते थे हम हसीन ख़यालों की भीड़ में
उलझे हुए हैं आज सवालों की भीड़ में
आने लगी है याद वो फ़ुर्सत की हर घड़ी
उस मोड़ से शुरू...

शायद ये वक़्त हमसे कोई चाल चल गया
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगो में ढल गया
अश्कों की चाँदनी से थी बेहतर वो धूप ही
उस मोड़ से शुरू...

ओ मेरी शर्मीली - O Meri Sharmilee (Kishore Kumar)

Movie/Album: शर्मीली (1971)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: नीरज
Performed By: किशोर कुमार

ओ मेरी शर्मीली
आओ ना, तरसाओ ना
ओ मेरी शर्मीली

तेरा काजल लेकर रात बनी, रात बनी
तेरी मेंहदी लेकर दिन उगा, दिन उगा
तेरी बोली सुनकर सुर जगे, सुर जगे
तेरी खुशबू लेकर फूल खिला, फूल खिला
जान-ए-मन तू है कहाँ
ओ मेरी शर्मीली...

तेरी राहों से गुज़रे जब से हम, जब से हम
मुझे मेरी डगर तक याद नहीं, याद नहीं
तुझे देखा जब से दिलरुबा, दिलरुबा
मुझे मेरा घर तक याद नहीं, याद नहीं
जान-ए-मन तू है कहाँ
ओ मेरी शर्मीली...

ओ नीरज नयना आ ज़रा, आ ज़रा
तेरी लाज का घूँघट खोल दूं, खोल दूं
तेरे आँचल पर कोई गीत लिखूँ, गीत लिखूँ
तेरे होंठों में अमृत घोल दूँ, घोल दूँ
जान-ए-मन तू है कहाँ
ओ मेरी शर्मीली...

मेघा छाए आधी रात - Megha Chhaye Aadhi Raat (Lata Mangeshkar, Sharmilee)

Movie/Album: शर्मीली (1971)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: नीरज
Performed By: लता मंगेशकर

मेघा छाए आधी रात
बैरन बन गई निंदिया
बता दे मैं क्या करूँ
मेघा छाए आधी रात...

सबके आंगन दीया जले रे, मोरे आंगन जिया
हवा लागे शूल जैसी, ताना मारे चुनरिया
आई है आँसू की बारात, बैरन बन गयी निंदिया
बता दे मैं क्या करूँ
मेघा छाए आधी रात...

रूठ गये रे सपने सारे, टूट गयी रे आशा
नैन बहे रे गंगा मोरे, फिर भी मन है प्यासा
किसे कहूँ मैं मन की बात, बैरन बन गयीं निंदिया
बता दे मैं क्या करूँ
मेघा छाए आधी रात....

खिलते हैं गुल यहाँ - Khilte Hain Gul Yahan (Kishore Kumar, Lata Mangeshkar, Sharmilee)

Movie/Album: शर्मीली (1971)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: नीरज
Performed By: किशोर कुमार, लता मंगेशकर

खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिल के बिछड़ने को
खिलते हैं गुल यहाँ...

कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का
कल रुके न रुके, डोला बहार का
चार पल मिले जो आज, प्यार में गुज़ार दे
खिलते हैं गुल यहाँ...

झीलों के होंठों पर, मेघों का राग है
फूलों के सीने में, ठंडी-ठंडी आग है
दिल के आइने में तू, ये समां उतार दे
खिलते हैं गुल यहाँ...

प्यासा है दिल सनम, प्यासी ये रात है
होंठों मे दबी-दबी, कोई मीठी बात है
इन लम्हों पे आज तू, हर खुशी निसार दे
खिलते हैं गुल यहाँ...

बिंदिया चमकेगी - Bindiya Chamkegi (Lata Mangeshkar, Do Raaste)

Movie/Album: दो रास्ते (1969)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर

बिंदिया चमकेगी, चूड़ी खनकेगी
तेरी नींद उड़े ते उड़ जाए
कजरा बहकेगा, गजरा महकेगा
माही रूस जाए ते रूस जाए
बिंदिया चमकेगी...

मैंने माना, हुआ तू दीवाना, जुलम तेरे साथ हुआ
मैं कहाँ ले जाऊं अपनी लौंग का लश्कारा
इस लश्कारे से, आके द्वारे से
चल मुड़ जाए ते मुड़ जाए
बिंदिया चमकेगी..

बोले कंगना, किसी का ओ सजना, जवानी पे ज़ोर नहीं
लाख मना कर ले दुनिया, कहते हैं मेरे घुँघरू
पायल बाजेगी, गोरी नाचेगी
छत टूट-दी ये ते टूट जाए
बिंदिया चमकेगी...

मैंने तुझसे, मुहब्बत की है, गुलामी नहीं की बलमा
दिल किसी का टूटे, चाहे कोई मुझसे रूठे
मैं तो खेलूँगी, मैं तो छेड़ूँगी
यारी टूट-दी ये ते टूट जाए
बिंदिया चमकेगी...

मेरे आँगन, बारात ले के साजन, तू जिस रात आएगा
मैं ना बैठूँगी डोली में, मैं कह दूँगी बाबुल से
मैं ना जाऊंगी, मैं ना जाऊंगी
गड्डी टूर-दी ये ते टूर जाए
बिंदिया चमकेगी...

ये रेशमी ज़ुल्फें - Ye Reshmi Zulfein (Md.Rafi, Do Raaste)

Movie/Album: दो रास्ते (1969)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी

ये रेशमी ज़ुल्फें, ये शरबती आँखे
इन्हें देखकर जी रहे हैं सभी

जो ये आँखे शरम से झुक जाएँगी
सारी बातें यहीं बस रुक जाएँगी
चुप रहना ये अफ़साना
कोई इनको ना बतलाना
के इन्हें देखकर पी रहे हैं सभी
ये रेशमी ज़ुल्फें...

जुल्फें मगरूर इतनी हो जाएँगी
दिल को तड़पाएँगी, जी को तरसाएंगी
ये कर देंगी दीवाना
कोई इनको ना बतलाना
के इन्हें देखकर जी रहे हैं सभी
ये रेशमी ज़ुल्फें...

सारे इनकी शिकायत करते हैं
फिर भी इनसे मोहब्बत करते हैं
ये क्या जादू है जाने
फिर चाक गिरे वा दीवाने
इन्हें देख कर सी रहे हैं सभी
ये रेशमी जुल्फें...

छुप गये सारे नज़ारे - Chhup Gaye Saare Nazaare (Md.Rafi, Lata Mangeshkar, Do Raaste)

Movie/Album: दो रास्ते (1969)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

छुप गये सारे नज़ारे, ओये क्या बात हो गयी
तूने काजल लगाया, दिन में रात हो गई
मिल गये नैना से नैना, ओये क्या बात हो गयी
दिल ने दिल को पुकारा, मुलाक़ात हो गयी

कल नहीं आना, मुझे ना बुलाना
कि मारेगा ताना ज़माना
तेरे होठों पे रात ये बहाना था
गोरी तुझको तो आज नहीं आना था
तू चली आई दुहाई, ओये क्या बात हो गयी
मैंने छोड़ा ज़माना, तेरे साथ हो गयी
तूने काजल लगाया...

अम्बवा की डाली पे गाए मतवाली
कोयलिया काली निराली
सावन आने का कुछ मतलब होगा
बादल छाने का कोई सबब होगा
रिमझिम छाए घटाएँ, ओये क्या बात हो गयी
तेरी चुनरी लहराई, बरसात हो गयी
दिल ने दिल को...

छोड़ ना बैयाँ, पडूँ तेरे पईयां
तारों की छैय्याँ में सईयाँ
इक वो दिन था मिलाती ना थी तू अँखियाँ
इक ये दिन तू जागे सारी-सारी रतियाँ
बन गयी गोरी चकोरी, ओये क्या बात हो गयी
जिसका डर था बेदर्दी, वही बात हो गयी
छुप गये सारे नज़ारे...

एक तू ना मिला - Ek Tu Na Mila (Lata Mangeshkar, Himalaya Ki God Mein)

Movie/Album: हिमालय की गोद में (1965)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: लता मंगेशकर

एक तू ना मिला
सारी दुनिया मिले भी तो क्या है
मेरा दिल ना खिला
सारी बगिया खिले भी तो क्या है

धरती हूँ मैं और तू है गगन
होगा कहाँ तेरा मेरा मिलन
लाख पहरे यहाँ
प्यार दिल में पले भी तो क्या हैं
एक तू ना मिला...

तक़दीर की मैं कोई भूल हूँ
डाली से बिछड़ा हुआ फूल हूँ
साथ तेरा नहीं
संग दुनिया चले भी तो क्या है
एक तू ना मिला...

तुझसे लिपटकर जो रो लेते हम
आँसू नहीं थे ये मोती से कम
तेरा दामन नहीं
ये आँसू ढले भी तो क्या है
एक तू ना मिला...

आज सोचा तो आँसू भर आए - Aaj Socha To Aansoo Bhar Aaye (Lata Mangeshkar, Hanste Zakhm)

Movie/Album: हँसते ज़ख्म (1973)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर

आज सोचा तो आंसू भर आए
मुद्दतें हों गई मुस्कुराये

हर कदम पर उधर मुड़कर देखा
उनकी महफिल से हम उठ तो आए
आज सोचा तो आंसू...

रह गई ज़िन्दगी दर्द बन के
दर्द दिल में छुपाये छुपाये
आज सोचा तो आंसू...

दिल की नाज़ुक रगें टूटती हैं
याद इतना भी कोई न आए
आज सोचा तो आंसू...

ये माना मेरी जाँ - Ye Maana Meri Jaan (Md.Rafi, Hanste Zakhm)

Movie/Album: हँसते ज़ख्म (1973)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: मो.रफ़ी

तौबा तौबा ये जवानी का गुरूर
इश्क के सामने फिर भी सर झुकाना ही पड़ा
कैसे कहते थे न आएँगे
मगर दिल ने इस तरह पुकारा
तुम्हें आना ही पड़ा

ये माना मेरी जाँ मोहब्बत सजा है
मज़ा इसमें इतना मगर किसलिए है
वो इक बेकरारी जो अब तक इधर थी
वो ही बेकरारी उधर किसलिए है
अभी तक तो इधर थी उधर किसलिए है

बहलना न जाने, बदलना न जाने
तमन्ना मचल के संभालना न जाने
करीब और आओ, कदम तो बढ़ाओ
झुका दूं न मैं सर तो, सर किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...

नज़ारे भी देखे, इशारे भी देखे
कई खूबसूरत सहारे भी देखे
नाम क्या चीज़ है, इज्ज़त क्या है
सोने चांदी की हकीकत क्या है
लाख बहलाए कोई दौलत से
प्यार के सामने दौलत क्या है
जो मैखाने जा के, मैं सागर उठाऊं
तो फिर ये नशीली नज़र किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...

तुम्हीं ने संवारा, तुम्हीं ने सजाया
मेरे सूने दिल को तुम्हीं ने बसाया
जिस चमन से भी तुम गुजार जाओ
हर कली पर निखार आ जाये
रूठो जाओ तो रूठ जाये खुदा
और जो हँस दो, बहार आ जाये
तुम्हारे कदम से है घर में उजाला
अगर तुम नहीं तो ये घर किसलिए है
ये माना मेरी जाँ...

आई अब की साल दिवाली - Aayi Ab Ki Saal Diwali (Lata Mangeshkar, Haqeeqat)

Movie/Album: हकीकत (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: कैफी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर

आई अब की साल दिवाली
मुंह पर अपने खून मले
चारों तरफ है घोर अंधेरा
घर में कैसे दीप जले
आई अब की साल दिवाली...

बालक तरसे फुलझड़ियों को, दीपों को दीवारें
माँ की गोदी सूनी सूनी, आँगन कैसे संवारे
राह में उनकी जाओ उजालों
बन में जिनकी शाम ढले
आई अब की साल दिवाली...

जिनके दम से जगमग जगमग करती थी ये रातें
चोरी चोरी हो जाती थी मन से मन की बातें
छोड़ चले वो घर में अमावस
ज्योति लेकर साथ चले
आई अब की साल दिवाली...

टप-टप टप-टप टपके आंसू, छलकी खाली थाली
जाने क्या क्या समझाती है आँखों की ये लाली
शोर मचा है आग लगी है
कटते हैं पर्वत पे गले
आई अब की साल दिवाली...

मेरा जीवन कोरा कागज़ - Mera Jeevan Kora Kaagaz (Kishore Kumar)

Movie/Album: कोरा कागज़ (1974)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: एम.जी.हशमत
Performed By: किशोर कुमार

मेरा जीवन कोरा कागज़ कोरा ही रह गया
जो लिखा था आँसुओं के संग बह गया
मेरा जीवन कोरा कागज़...

इक हवा का झोंका आया
टूटा डाली से फूल
ना पवन की, ना चमन की
किसकी है ये भूल
खो गई खुशबू हवा में कुछ न रह गया
मेरा जीवन कोरा कागज़...

उड़ते पंछी का ठिकाना
मेरा न कोई जहां
ना डगर है, ना खबर है
जाना है मुझको कहाँ
बन के सपना हमसफ़र का साथ रह गया
मेरा जीवन कोरा कागज़...

दुख के अन्दर सुख की ज्योती
दुख ही सुख का ज्ञान
दर्द सह के जन्म लेता
हर कोई इंसान
वो सुखी है जो खुशी से दर्द सह गया
मेरा जीवन कोरा कागज़...

मेरे तुम्हारे सबके लिए हैप्पी दिवाली - Mere Tumhare Sabke Liye Happy Diwali (Home Delivery)

Movie/Album: होम डिलीवरी (2005)
Music By: विशाल शेखर
Lyrics By: विशाल ददलानी
Performed By: वैशाली, सूरज, सुनिधि चौहान, अपर्णा, दिव्या, सुर्थी

ये दिन जहां में हर कहीं
भर दे रोशनी उसी के प्यार की
दिल दिल से वो मिला दे
हर चेहरा वो खिला दे
रूत लाये आज खुशियों की
ये दिन जहां में...
मेरे तुम्हारे सबके लिये हैप्पी दिवाली
सारे सितारे उसके लिये हैप्पी दिवाली

हम सभी में हर किसी के दिल में है वही
हो ज़मीं या आसमां हो, वो है हर कहीं
रोशनी, रोशनी, रोशनी, ये भी उसी का नाम है
ये जहां, ये जहां, ये जहां, सारा उसी का काम है
उसने बनाई सबके लिये हैप्पी दिवाली...

उसने कहा के जब मैं कहूँ, आएगा वो मेरे लिये
क्यूँ ना भला मैं दूर रहूँ, आयेगा वो मेरे लिये
दुनिया मेरी ऐसे चमके
जैसे रोशनी ने रोशनी हो, भर दी हर कहीं
दुनिया सारी ऐसे महके
जैसे इस खुशी में हर कली हो महकी हर कहीं
आज जहाँ भी तुम रहो
चलो साथ हमारे अब कहो
Say हैप्पी दिवाली
आज मिले तुमसे कोई
उसे तुम भी बड़े दिल से मिलो
Say हैप्पी दिवाली
मेरे तुम्हारे सबके लिये हैप्पी दिवाली

यूँ ही तुम मुझसे - Yun Hi Tum Mujhse (Md.Rafi, Lata Mangeshkar, Sachcha Jhootha)

Movie/Album: सच्चा झूठा (1970)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: मो.रफ़ी, लता मंगेशकर

यूँ ही तुम मुझसे बात करती हो
या कोई प्यार का इरादा है
आदाएं दिल की जानता ही नहीं
मेरा हमदम भी कितना सादा है

रोज़ आती हो तुम ख़यालों में
ज़िंदगी में भी मेरी आ जाओ
बीत जाए न ये सवालों में
इस जवानी पे कुछ तरस खाओ
हाल-ए-दिल समझो सनम
कहेंगे मुँह से न हम
हमारी भी कोई मर्यादा है
आदाएं दिल की...

भोलेपन में है वफ़ा की खुशबू
इसपे सब कुछ न क्यूँ लुटाऊँ मैं
मेरा बेताब दिल ये कहता है
तेरे साए से लिपट जाऊँ मैं
मुझसे ये मेल तेरा
न हो एक खेल तेरा
ये करम मुझपे कुछ ज़ियादा है
यूँ ही तुम...

बन गई हो मेरी सदा के लिये
या मुझे यूँ ही तुम बनाती हो
कहीं बाहों में न भर लूँ तुमको
क्यों मेरे हौसले बढ़ाती हो
हौसले और करो
पास आते न डरो
दिल न तोड़ेंगे अपना वादा है
यूँ ही तुम मुझसे...

आई दिवाली दीपों वाली - Aayi Diwali Deepon Waali (Khursheed, Maharana Pratap)

Movie/Album: महाराणा प्रताप (1946)
Music By: राम गांगुली
Lyrics By: स्वामी रमानंद
Performed By: खुर्शीद

आई दिवाली दीपों वाली
गाये सखियाँ, गाये सखियाँ
ओ परदेसी मेरी नीर भरी अँखियाँ

सारे देश में है अंधियारा, मेरे घर में है उजियारा
तुमने जबसे किया किनारा, मेरा कौन है सहारा
कोई ना माने, और ना जाने मन की बतियाँ
नीर भरी अँखियाँ
आई दिवाली दीपों वाली...

बचपन की जब याद सटाये, जवानी रो रो नीर बहाये
उसी नीर को तेल समझ के मन का दीप जलाये
दुखिया मन का दीप जलाये
किसी बहाने से ना जाये काली रतियाँ
नीर भरी अँखियाँ
आई दिवाली दीपों वाली...

मेरी प्यारी बहनिया - Meri Pyari Beheniya (Kishore Kumar, Sachcha Jhootha)

Movie/Album: सच्चा झूठा (1970)
Music By: कल्याणजी-आनंदजी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: किशोर कुमार

मेरी प्यारी बहनिया बनेगी दुल्हनिया
सज के आएँगे दूल्हे राजा
भईया राजा बजाएगा बाजा

अपने पसीने को मोती कर दूँगा
मोतियों से बहना की माँग भर दूँगा
आएगी बारात देखेगी सारी दुनिया
होंगे लाखों में एक दूल्हे राजा
भैया राजा बजाएगा...

सोलह सिंगार मेरी बहना करेगी
टीका चढ़ेगा और हल्दी लगेगी
बहना के होंठों पे झूलेगी नथनिया
और झूमेंगे दूल्हे राजा
भैया राजा बजाएगा...

सेज पे बैठेगी वो डोली पे चलेगी
धरती पे बहना रानी पाँव न धरेगी
पलकों की पालकी पे बहना को बिठा के
ले जाएँगे दूल्हे राजा
भैया राजा बजाएगा...

सजना के घर चली जाएगी जो बहना
होंठ हँसेंगे मेरे रोएँगे ये नैना
रखिया के रोज़ रानी बहना को बुलाऊँगा
ले के आएँगे दूल्हे राजा
भैया राजा बजाएगा...

दीप जलेंगे दीप दिवाली आयी हो - Deep Jalenge Deep Diwali Aayi Ho (Geeta Dutt, Paisa)

Movie/Album: पैसा (1957)
Music By: राम गांगुली
Lyrics By: लालचंद बिस्मिल
Performed By: गीता दत्त

दीप जलेंगे दीप दिवाली आई हो
हो दिवाली आई हो

आ रही है मन वीणा के तार हिलाने वाली
आ रही प्रिया प्रेम आलाप सुनने वाली
झननन झननन बाज रही हैनूपुर की शहनाई
दीप जलेंगे दीप दिवाली आई हो..

नील गगन की गोरी ने पहनी है नीली साड़ी
नैनों में काजल चमकाता रोली मांग संवारी
काली रात अमावस की हो
सब देख-देख मुस्काये होदीप जलेंगे दीप दिवाली आई हो...

पूजा अर्चना करने को
उस सजनी थाल सजाले
चुन-चुन फूल गूंथ ले माला
घी के दीप जलाले
आज देव के दर्शन होंगेयही संदेशा लायी है
हो दिवाली आई हो
दीप जलेंगे दीप दिवाली आई हो...

भैया मेरे राखी के बंधन - Bhaiya Mere Rakhi Ke Bandhan (Lata Mangeshkar, Chhoti Behen)

Movie/Album: छोटी बहन (1959)
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: लता मंगेशकर

भैया मेरे, राखी के बंधन को निभाना
भैया मेरे, छोटी बहन को ना भुलाना
देखो ये नाता निभाना
भैया मेरे राखी...

ये दिन ये त्यौहार खुशी का, पावन जैसे नीर नदी का
भाई के उजले माथे पे, बहन लगाए मंगल टीका
झूमे ये सावन सुहाना
भैया मेरे राखी के बंधन...

बाँध के हमने रेशम डोरी, तुमसे वो उम्मीद है जोड़ी
नाज़ुक है जो सांस के जैसे, पर जीवन भर जाए न तोड़ी
जाने ये सारा ज़माना
भैया मेरे राखी के बंधन...

शायद वो सावन भी आए, जो पहला सा रंग न लाए
बहन पराए देश बसी हो, अगर वो तुम तक पहुँच न पाए
याद का दीपक जलाना
भैया मेरे राखी के बंधन...

आयी है दिवाली लगे सजना - Aayi Hai Diwali Lage Sajna (Alka, Shaan, Udit, Kumar)

Movie/Album: आमदनी अट्ठनी खर्चा रुपैया (2001)
Music By: हिमेश रेशमिया
Lyrics By: सुधाकर शर्मा
Performed By: अलका याग्निक, कुमार सानु, शान, स्नेहा पन्त, उदित नारायण

मेरे सजना फटाका फूटने वाला है (दे ताली)
आई है दिवाली, सुनो जी घरवाली
तेरे कंगने ने दिल धड़काया है
लगे सजना मेरा आज पगलाया है

तेरा श्रृंगार लाया बहार
आया रे आया तुझपे हमको प्यार
मर्दों का क्या, बेदर्दों का क्या
जानो तुम क्या होता है प्यार
क्यूं भला हम करे तुमपे ऐतबार
बोले होठों की लाली
डोले कानों की बाली
तेरी चुनरी ने जलवा दिखाया रे
लगे सजना मेरा...

चारों तरफ दीये जल रहे
देखो जी देखो ये क्या कह रहे
कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना
हम जानते हैं ये किस्सा पुराना
ना करो ये दिल्लगी छोड़ो सताना
तू ये माने ना माने, हम हैं तेरे दीवाने
देखो मौसम मोहब्बत का आया है
लगे सजना मेरा...

यारों मेरी मानो
मियाँ बीवी के रिश्तो को जानो
हो प्यारों ओ मेरे प्यारों
क्या है जीवन तुम ये पहचानो
छोड़ो छोड़ो छोड़ो तकरार
कर लो, कर लो, कर लो प्यार
हो चाहे नखरेवाली, घरवाली है घरवाली
सारा संसार इसमें समाया है
लगे सजना मेरा...

बहना ने भाई की कलाई - Behna Ne Bhai Ki Kalai (Suman Kalyanpur, Resham Ki Dori)

Movie/Album: रेशम की डोरी (1974)
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: सुमन कल्यानपुर

बहना ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा है
प्यार के दो तार से, सँसार बाँधा है
रेशम की डोरी से सँसार बाँधा है

सुंदरता में जो कन्हैया है
ममता में यशोदा मईया है
वो और नहीं दूजा कोई
वो तो मेरा राजा भईया है
बहना ने भाई की कलाई से...

मेरा फूल है तू, तलवार है तू
मेरी लाज का पहरेदार है तू
मैं अकेली कहाँ इस दुनिया में
मेरा सारा सँसार है तू
बहना ने भाई की कलाई से...

हमें दूर भले किस्मत कर दे
अपने मन से न जुदा करना
सावन के पावन दिन भईया
बहना को याद किया करना
बहना ने भाई की कलाई से...

जगमगाती दिवाली की रात आ गयी - Jagmagati Diwali Ki Raat Aa Gayi (Asha Bhosle, Stage)

Movie/Album: स्टेज (1951)
Music By: हुस्नलाल भगतराम
Lyrics By: सरशार सैलानी
Performed By: आशा भोंसले

जगमगाती दिवाली की रात आ गयी
जैसे तारों की घर में बारात आ गयी
जगमगाती दिवाली की...

जैसे फूल के चेहरे पे रंग आ गया
जैसे कलियों को हँसने का ढंग आ गया
जैसे दुल्हन नसीहत से शर्मा गयी
जगमगाती दिवाली की...

दीपों माला की धरती पे सुनके खबर
चाँद निकला नहीं आज आकाश पर
आज धरती भी आकाश पर छा गयी
जगमगाती दिवाली की...

ये राखी बंधन है ऐसा - Ye Rakhi Bandhan Hai Aisa (Mukesh, Lata Mangeshkar, Beimaan)

Movie/Album: बेईमान (1972)
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: वर्मा मलिक
Performed By: मुकेश, लता मंगेशकर

ये राखी बंधन है ऐसा
जैसे चँदा और किरण का
जैसा बदरी और पवन का
जैसे धरती और गगन का
ये राखी बंधन है ऐसा...

दुनिया की जितनी बहनें हैं
उन सबकी श्रद्धा इसमें है
है धरम करम भईया का ये
बहना की रक्षा इसमें है
जैसे सुभद्रा और किशन का
जैसे बदरी और पवन का
जैसे धरती और गगन का
ये राखी बंधन है ऐसा...

छोटी बहना चूम के माथा
भईया तुझे दुआ दे
सात जनम की उम्र मेरी
तुझको भगवन लगा दे
अमर प्यार है भाई-बहन का
जैसे बदरी और पवन का
जैसे धरती और गगन का
ये राखी बंधन है ऐसा...

आज खुशी के दिन भाई के
भर-भर आए नैना
कदर बहन की उनसे पूछो
जिनकी नहीं है बहना
मोल नहीं कोई इस बंधन का
जैसे बदरी और पवन का
जैसे धरती और गगन का
ये राखी बंधन है ऐसा...

आई दिवाली आई कैसे उजाले लाई - Aayi Diwali Aayi Kaise Ujaale Laayi (Asha Bhosle)

Movie/Album: खजांची (1951)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: आशा भोंसले

आई दिवाली आई, कैसे उजाले लायी
घर-घर खुशियों के दीप जले

सूरज को शरमाये ये, चरागों की क़तारें
रोज़ रोज़ कब आती हैं, उजाले की ये बहारें
आरी सखी. आरी सखीआज रात सखी बालम से
दिल जीते या दिल हारे
आई दिवाली आई...

रह-रह के फूटी फुलझड़ियाँ, लागे मेले रंगों के
कदम-कदम पे तीर चले हैं, जागे भाग पतंगों के
आरी सखी, आरी सखीआज रात को खुल के खेलें
हम भी खेल उमंगों के
आई दिवाली आई...

चंदा रे मेरे भईया से - Chanda Re Mere Bhaiya Se (Lata Mangeshkar, Chambal Ki Kassam)

Movie/Album: चम्बल की कसम (1980)
Music By: खय्याम
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: लता मंगेशकर

चंदा रे मेरे भईया से कहना
बहना याद करे
चँदा रे मेरे भईया...

क्या बतलाऊँ कैसा है वो
बिलकुल तेरे जैसा है वो
तू उसको पहचान ही लेगा
देखेगा तो जान ही लेगा
तू सारे सँसार में चमके
हर बस्ती हर गाँव में दमके
कहना अब घर वापस आ जा
तू है घर का गहना
बहना याद करे
चंदा रे...

राखी के धागे सबलाएँ
कहना अब न राह दिखाए
माँ के नाम की कसमें देना
भेंट मेरी के रसमें देना
पूछना उस रूठे भाई से
भूल हुई क्या माँ-जाई से
बहन पराया धन है कहना
उस संग सदा नहीं रहना
बहना याद करे
चंदा रे मेरे भईया...