Movie/Album: लिबास (1988)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: लता मंगेशकर
सिली हवा छू गयी, सिला बदन छिल गया
गीली नदी के परे, गीला सा चाँद खिल गया
सिली हवा छू गयी...
तुमसे मिली जो ज़िन्दगी, हमने अभी बोयी नहीं
तेरे सिवा कोई ना था, तेरे सिवा कोई नहीं
सिली हवा छू गयी...
जाने कहाँ कैसे शहर, ले के चला ये दिल मुझे
तेरे बगैर दिन ना जला, तेरे बगैर शब न बुझे
सिली हवा छू गयी...
जितने भी तय करते गए, बढ़ते गए ये फासले
मीलों से दिन छोड़ आये, सालों से रात ले के चले
सिली हवा छू गयी...
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: लता मंगेशकर
सिली हवा छू गयी, सिला बदन छिल गया
गीली नदी के परे, गीला सा चाँद खिल गया
सिली हवा छू गयी...
तुमसे मिली जो ज़िन्दगी, हमने अभी बोयी नहीं
तेरे सिवा कोई ना था, तेरे सिवा कोई नहीं
सिली हवा छू गयी...
जाने कहाँ कैसे शहर, ले के चला ये दिल मुझे
तेरे बगैर दिन ना जला, तेरे बगैर शब न बुझे
सिली हवा छू गयी...
जितने भी तय करते गए, बढ़ते गए ये फासले
मीलों से दिन छोड़ आये, सालों से रात ले के चले
सिली हवा छू गयी...
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