Movie/Album: दिल दिया दर्द लिया (1966)
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी
कोई सागर दिल को बहलाता नहीं
बेख़ुदी में भी करार आता नहीं
कोई सागर दिल को...
मैं कोई पत्थर नहीं इन्सान हूँ
कैसे कह दूं गम से घबराता नहीं
कोई सागर दिल को...
कल तो सब थे कारवाँ के साथ-साथ
आज कोई राह दिखलाता नहीं
कोई सागर दिल को...
ज़िन्दगी के आईने को तोड़ दो
इसमें अब कुछ भी नज़र आता नहीं
कोई सागर दिल को...
Music By: नौशाद अली
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी
कोई सागर दिल को बहलाता नहीं
बेख़ुदी में भी करार आता नहीं
कोई सागर दिल को...
मैं कोई पत्थर नहीं इन्सान हूँ
कैसे कह दूं गम से घबराता नहीं
कोई सागर दिल को...
कल तो सब थे कारवाँ के साथ-साथ
आज कोई राह दिखलाता नहीं
कोई सागर दिल को...
ज़िन्दगी के आईने को तोड़ दो
इसमें अब कुछ भी नज़र आता नहीं
कोई सागर दिल को...
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