Movie/Album: धरम वीर (1977)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी
ओ मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा
तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी मेरा क्या
पर देख तू जो रूठ कर चली जाएगी
तेरे साथ ही, मेरे मरने की, ख़बर जाएगी
ओ मेरी महबूबा...
तेरी चाहत मेरा चैन चुराएगी
लेकिन तुझको भी तो नींद ना आएगी
मैं तो मर जाऊँगा लेकर नाम तेरा
नाम मगर कर जाऊँगा बदनाम तेरा
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
के याद मेरी दिल तेरा तड़पाएगी
तेरे जाते ही, तेरे आने की, ख़बर आएगी
ओ मेरी महबूबा...
जो भी हो मेरी इस प्रेम-कहानी का
पर क्या होगा तेरी मस्त जवानी का
आशिक़ हूँ मैं तेरे दिल में रहता हूँ
अपनी नहीं मैं तेरे दिल की कहता हूँ
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
के बाद में तू इक रोज़ पछताएगी
ये रुत प्यार की, जुदाई में ही, गुज़र जाएगी
ओ मेरी मेहबूबा...
दीवाना मस्ताना मौसम आया है
ऐसे में तूने दिल को धड़काया है
माना अपनी जगह पे तू भी क़ातिल है
पर यारों से तेरा बचना मुश्किल है
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
के प्यार में नज़र जब टकराएगी
तड़पती हुई, मेरी जान तू, नज़र आएगी
ओ मेरी महबूबा...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मो.रफ़ी
ओ मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा
तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी मेरा क्या
पर देख तू जो रूठ कर चली जाएगी
तेरे साथ ही, मेरे मरने की, ख़बर जाएगी
ओ मेरी महबूबा...
तेरी चाहत मेरा चैन चुराएगी
लेकिन तुझको भी तो नींद ना आएगी
मैं तो मर जाऊँगा लेकर नाम तेरा
नाम मगर कर जाऊँगा बदनाम तेरा
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
के याद मेरी दिल तेरा तड़पाएगी
तेरे जाते ही, तेरे आने की, ख़बर आएगी
ओ मेरी महबूबा...
जो भी हो मेरी इस प्रेम-कहानी का
पर क्या होगा तेरी मस्त जवानी का
आशिक़ हूँ मैं तेरे दिल में रहता हूँ
अपनी नहीं मैं तेरे दिल की कहता हूँ
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
के बाद में तू इक रोज़ पछताएगी
ये रुत प्यार की, जुदाई में ही, गुज़र जाएगी
ओ मेरी मेहबूबा...
दीवाना मस्ताना मौसम आया है
ऐसे में तूने दिल को धड़काया है
माना अपनी जगह पे तू भी क़ातिल है
पर यारों से तेरा बचना मुश्किल है
तौबा-तौबा फिर क्या होगा
के प्यार में नज़र जब टकराएगी
तड़पती हुई, मेरी जान तू, नज़र आएगी
ओ मेरी महबूबा...
Fabulous
ReplyDeleteVery nice song
ReplyDeleteRafi Saab Magic still in the air
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteSuper s uper
ReplyDeleteNice song
ReplyDeletePhadu song hai
ReplyDeleteBahut khubsurat song hai Rafi sahab jo gadiye ab koi nahi gapayega .copos compos bhi badiya hai
ReplyDeleteEvergreen songs of Rafi Saab
ReplyDeleteWordings are updown
ReplyDeletePl correct it