Movie/Album: चलते चलते (2003)
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: अभिजीत, अलका याग्निक
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गये
बेवफा हम नहीं, बेवफा तुम नहीं
तो क्यों इतने गिले हो गये
चलते चलते, कैसे ये फासले हो गये
क्या पता कहाँ हम चले
दुनिया जो पूछे तो क्या हम कहें, कोई ये हमको समझायें
ठेस लगी तो पल में टूट गये, शीशे के थे क्या सब वादे
जाता है, कोई क्यों, सपनों को ठुकरा के
पायेगा, ये दिल क्या, किसी को बता के
चलते चलते, राख हम बिन जले हो गये
बुझ गये, दीये प्यार के...
डूब गया है जैसे दर्द में दिल, आँसू भरी है अब आँखें
तनहाईयों की जो रुत आ गई, उजड़ी हुई हैं सब राहें
सोचा था पायेंगे दोनों एक मंज़िल को
राहें जो बदली तो तुम ही बता दो
चलते चलते, गुम कहाँ काफ़िले हो गये
खो गये कहाँ रास्ते...
Music By: जतिन-ललित
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: अभिजीत, अलका याग्निक
प्यार हमको भी है, प्यार तुमको भी है
तो ये क्या सिलसिले हो गये
बेवफा हम नहीं, बेवफा तुम नहीं
तो क्यों इतने गिले हो गये
चलते चलते, कैसे ये फासले हो गये
क्या पता कहाँ हम चले
दुनिया जो पूछे तो क्या हम कहें, कोई ये हमको समझायें
ठेस लगी तो पल में टूट गये, शीशे के थे क्या सब वादे
जाता है, कोई क्यों, सपनों को ठुकरा के
पायेगा, ये दिल क्या, किसी को बता के
चलते चलते, राख हम बिन जले हो गये
बुझ गये, दीये प्यार के...
डूब गया है जैसे दर्द में दिल, आँसू भरी है अब आँखें
तनहाईयों की जो रुत आ गई, उजड़ी हुई हैं सब राहें
सोचा था पायेंगे दोनों एक मंज़िल को
राहें जो बदली तो तुम ही बता दो
चलते चलते, गुम कहाँ काफ़िले हो गये
खो गये कहाँ रास्ते...
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