Movie/Album: तीसरी कसम (1966)
Music By: शंकर जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मुकेश
सजनवा बैरी हो गये हमार
चिठिया हो तो, हर कोई बांचे
भाग न बांचे कोय
करमवा बैरी हो गये हमार
जाये बसे परदेस सजनवा, सौतन के भरमाये
न संदेस न कोई खबरीया, रुत आये रुत जाये
डूब गये हम बीच भंवर में, कर के सोलाह पार
सजनवा बैरी हो गये हमार...
सुनी सेज गोद मोरी सुनी, मरम ना जाने कोय
छटपट तड़पे प्रीत बिचारी, ममता आँसू रोये
ना कोई इस पार हमारा, ना कोई उस पार
सजनवा बैरी हो गये हमार...
Music By: शंकर जयकिशन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: मुकेश
सजनवा बैरी हो गये हमार
चिठिया हो तो, हर कोई बांचे
भाग न बांचे कोय
करमवा बैरी हो गये हमार
जाये बसे परदेस सजनवा, सौतन के भरमाये
न संदेस न कोई खबरीया, रुत आये रुत जाये
डूब गये हम बीच भंवर में, कर के सोलाह पार
सजनवा बैरी हो गये हमार...
सुनी सेज गोद मोरी सुनी, मरम ना जाने कोय
छटपट तड़पे प्रीत बिचारी, ममता आँसू रोये
ना कोई इस पार हमारा, ना कोई उस पार
सजनवा बैरी हो गये हमार...
यह गीत शैलेन्द्र का लिखा है | कृपया दुरुस्त कर दें |
ReplyDeleteधन्यवाद आशीष जी.. कर दिया है!
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