Movie/Album: विवाह (2006)
Music By: रविन्द्र जैन
Lyrics By: रविन्द्र जैन
Performed By: श्रेया घोषाल, उदित नारायण
हार को जीत बना कर बड़ी सच्चाई से
प्रेम ने दिल पे वो चाहत का असर डाला है
आज इनकार की सूरत ही नहीं है कोई
हार हीरों का नहीं, फूलों की जयमाला है
कुछ बातें हो चुकी हैं, कुछ बातें अभी हैं बाकी
बौछार इक पड़ी है, बरसातें अभी हैं बाकी
खुल के नाचने को बेकल मन का मयूरा है
मिलन अभी आधा अधूरा है...
मिले होंगे राधा-कृष्ण, यहीं किसी वन में
प्रेम माधुरी उनकी बसी है पवन में
और भी पास आ गए हम, इस दिव्य वातावरण में
एक मन दिया है, कितनी सौगातें अभी हैं बाकी
बौछार इक पड़ी है, बरसातें अभी हैं बाकी
हमें मिलाने में सबका सहयोग पूरा है
मिलन अभी आधा अधूरा है...
झरना सुहाना ऐसा प्रेम गीत गाये
आने वाले कल के मीठे सपनें दिखाए
ये एहसास पहली बार दिल को गुदगुदाये
सब दिन अभी हैं बाकी, सब रातें अभी हैं बाकी
बौछार इक पड़ी है, बरसातें अभी हैं बाकी
छेड़ दिया पुरवा ने तन का तानपूरा है
मिलन अभी आधा अधूरा है...
Music By: रविन्द्र जैन
Lyrics By: रविन्द्र जैन
Performed By: श्रेया घोषाल, उदित नारायण
हार को जीत बना कर बड़ी सच्चाई से
प्रेम ने दिल पे वो चाहत का असर डाला है
आज इनकार की सूरत ही नहीं है कोई
हार हीरों का नहीं, फूलों की जयमाला है
कुछ बातें हो चुकी हैं, कुछ बातें अभी हैं बाकी
बौछार इक पड़ी है, बरसातें अभी हैं बाकी
खुल के नाचने को बेकल मन का मयूरा है
मिलन अभी आधा अधूरा है...
मिले होंगे राधा-कृष्ण, यहीं किसी वन में
प्रेम माधुरी उनकी बसी है पवन में
और भी पास आ गए हम, इस दिव्य वातावरण में
एक मन दिया है, कितनी सौगातें अभी हैं बाकी
बौछार इक पड़ी है, बरसातें अभी हैं बाकी
हमें मिलाने में सबका सहयोग पूरा है
मिलन अभी आधा अधूरा है...
झरना सुहाना ऐसा प्रेम गीत गाये
आने वाले कल के मीठे सपनें दिखाए
ये एहसास पहली बार दिल को गुदगुदाये
सब दिन अभी हैं बाकी, सब रातें अभी हैं बाकी
बौछार इक पड़ी है, बरसातें अभी हैं बाकी
छेड़ दिया पुरवा ने तन का तानपूरा है
मिलन अभी आधा अधूरा है...
Melody
ReplyDelete