Movie/Album: घरौंदा (1977)
Music By: जयदेव
Lyrics By: नक्श ल्यालपुरी
Performed By: रुना लैला
तुम्हें हो ना हो, मुझको तो इतना यकीं है
मुझे प्यार तुमसे नहीं है, नहीं है
मुझे प्यार तुमसे नहीं है, नहीं है
मगर मैंने ये राज़ अब तक न जाना
के क्यों प्यारी लगती हैं, बातें तुम्हारी
मैं क्यों तुमसे मिलने का ढूँढू बहाना
कभी मैंने चाहा, तुम्हें छू के देखूँ
कभी मैंने चाहा, तुम्हें पास लाना
मगर फिर भी, इस बात का तो यकीं है
मुझे प्यार तुमसे नहीं है, नहीं है
मुझे प्यार तुमसे...
फिर भी जो तुम दूर रहते हो मुझसे
तो रहते हैं दिल पे उदासी के साए
कोई ख्वाब ऊँचे मकानों से झाँके
कोई ख्वाब बैठा रहे सर झुकाए
कभी दिल की राहों में फैले अन्धेरा
कभी दूर तक रौशनी मुस्कुराए
मगर फिर भी...
Music By: जयदेव
Lyrics By: नक्श ल्यालपुरी
Performed By: रुना लैला
तुम्हें हो ना हो, मुझको तो इतना यकीं है
मुझे प्यार तुमसे नहीं है, नहीं है
मुझे प्यार तुमसे नहीं है, नहीं है
मगर मैंने ये राज़ अब तक न जाना
के क्यों प्यारी लगती हैं, बातें तुम्हारी
मैं क्यों तुमसे मिलने का ढूँढू बहाना
कभी मैंने चाहा, तुम्हें छू के देखूँ
कभी मैंने चाहा, तुम्हें पास लाना
मगर फिर भी, इस बात का तो यकीं है
मुझे प्यार तुमसे नहीं है, नहीं है
मुझे प्यार तुमसे...
फिर भी जो तुम दूर रहते हो मुझसे
तो रहते हैं दिल पे उदासी के साए
कोई ख्वाब ऊँचे मकानों से झाँके
कोई ख्वाब बैठा रहे सर झुकाए
कभी दिल की राहों में फैले अन्धेरा
कभी दूर तक रौशनी मुस्कुराए
मगर फिर भी...
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