Movie/Album: जॉली एलएलबी २ (2017)
Music By: चिरंतन भट्ट
Lyrics By: जुनैद वसी
Performed By: जुबिन नौटियाल, नीति मोहन
बावरा मन राह ताके तरसे रे
नैना भी मल्हार बन के बरसे रे
आधे से अधूरे से, बिन तेरे हम हुए
फीका लगे है मुझको सारा जहां
बावरा मन राह ताके...
ये कैसी ख़ुशी है, जो मोम सी है
आँखों के रस्ते हँस के पिघलने लगी
मन्नत के धागे, ऐसे हैं बाँधे
टूटे ना रिश्ता जुड़ के तुझसे कभी
सौ बलाएँ ले गया तू सर से रे
नैना ये मल्हार...
मैं कागज़ की कश्ती, तू बारिश का पानी
ऐसा है तुझे अब ये रिश्ता मेरा
तू है तो मैं हूँ, तू आए तो बह लूँ
आधी है दुनिया मेरी तेरे बिना
जी उठी सौ बार तुझपे मर के रे
नैना भी मल्हार...
Music By: चिरंतन भट्ट
Lyrics By: जुनैद वसी
Performed By: जुबिन नौटियाल, नीति मोहन
बावरा मन राह ताके तरसे रे
नैना भी मल्हार बन के बरसे रे
आधे से अधूरे से, बिन तेरे हम हुए
फीका लगे है मुझको सारा जहां
बावरा मन राह ताके...
ये कैसी ख़ुशी है, जो मोम सी है
आँखों के रस्ते हँस के पिघलने लगी
मन्नत के धागे, ऐसे हैं बाँधे
टूटे ना रिश्ता जुड़ के तुझसे कभी
सौ बलाएँ ले गया तू सर से रे
नैना ये मल्हार...
मैं कागज़ की कश्ती, तू बारिश का पानी
ऐसा है तुझे अब ये रिश्ता मेरा
तू है तो मैं हूँ, तू आए तो बह लूँ
आधी है दुनिया मेरी तेरे बिना
जी उठी सौ बार तुझपे मर के रे
नैना भी मल्हार...
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