सुन साहिबा सुन - Sun Sahiba Sun (Lata Mangeshkar, Ram Teri Ganga Maili)

Movie/Album: राम तेरी गंगा मैली (1985)
Music By: रविन्द्र जैन
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लता मंगेशकर

सुन साहिबा सुन
प्यार की धुन
हो मैंने तुझे चुन लिया
तू भी मुझे चुन
सुन साहिबा सुन...

कोई हसीना कदम, पहले बढ़ाती नहीं
मजबूर दिल से न हो, तो पास आती नहीं
ख़ुशी मेरे दिल को हद से ज़्यादा है
तेरे संग ज़िन्दगी बिताने का इरादा है
ओ प्रीत के ये धागे तू भी संग मेरे बुन
सुन साहिबा सुन...

तू जो हाँ कहे तो बन जाये बात भी
हो तेरा इशारा तो चल दूँ मैं साथ भी
तेरे लिए साहिबा नाचूँगी मैं गाऊँगी
दिल में बसा ले तेरा घर भी बसाऊँगी
हो डाल दे निग़ाह कर दे प्यार का शगुन
सुन साहिबा सुन...

मेरा ही खून-ए-जिगर देता गवाही मेरी
तेरे ही हाथों लिखी शायद तबाही मेरी
दिल तुझपे वारा है जान तुझपे वारूँगी
आये के न आये तेरा रस्ता निहारूँगी
हो कर ले कबूल मुझे होगा बड़ा पुन
सुन साहिबा सुन...
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