सिमरन - Simran Title (Jigar Saraiya, Simran)

Movie/Album: सिमरन (2017)
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: प्रिया सरैय्या
Performed By: जिगर सरैय्या

ओ चुलबुली है, चुलबुली है
नकचड़ी है, मनचली है
पलक झपकते, फलक चुरा ले
अपनी सिमरन
जा जा जानी अनजानी
थोड़ी सी दीवानी
दीवाना सबको बना दे
अपनी सिमरन
हो सुलझा के ही खुद ही ये बढ़ाये
अपने दिल और दिमाग की उलझन
ओये ओये ओये सिमरन
अल्हड़ सी सिमरन
ओ ना जाने तू चली रे कहाँ
ओये ओये ओये सिमरन
उड़ी उड़ी उड़ी सिमरन
ओ ना जाने तू चली रे कहाँ आ आ
ओ ख्वाब नैनो में कई सारे, सारे-सारे
उड़ते फिरे बंजारे
नैनों की खिड़की से झाँके
बेचारे मतमारे
ख्वाबों से भरा मन
ओये ओये ओये सिमरन
अल्हड़ सी सिमरन...

तू थोड़ी ज्यादा, सब थोड़े कम हैं
प्यारा सा तू है, ख़तरा-ए-जान मेरी
किस्से अधूरे, जेबें भी खाली
फिर भी बड़ा है सपना, हाँ
चुम्बक जैसी मुस्कानें
होंठों पे तू है सजाये हाँ
ये बड़ी-बड़ी अँखियों से
तू देखे जिसको भी
रुका दे धड़कन
ओये ओये ओये सिमरन...

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