Movie/Album: डांस डांस (1987)
Music By: बप्पी लाहिरी
Lyrics By: अनजान
Performed By: उत्तरा केलकर, विजय बेनेडिक्ट, सारिका कपूर
एक
आ गया आ गया
हलवा वाला आ गया
रंग जमाने आ गया
धूम मचाने आ गया
आ गया...
हलवा वाला छैल छबीला
बाँका रसिया रंग रंगीला
ये आये तो जलवा क्या दिखा जाये
हलवा ऐसा मस्त खिलाये
नस-नस में मस्ती लहराये
सारी महफ़िल ये झूमे नाचे गाये
आ गया हलवा वाला...
हलवा केक है हिन्दुस्तानी
गाके बचपन खाये जवानी
खा के इसे बुढ़ापा कभी नहीं आये
खुशियों के मौके पर काटो
छोटे बड़े सभी में बाँटों
हलवा खा के जीने का मज़ा आये
आ गया हलवा वाला...
हलवे वाले तुझमें क्या क्या खूबियाँ हैं?
मुझमें प्यार की गर्मी
अरे दिल में हुस्न की नरमी
खुशियों का दीवाना
ग़म से हूँ बेगाना
अच्छा? हाँ!
मैं मस्ती का प्याला
मनमौजी दिलवाला
अरे मस्त अदा मतवाली
हर जलवा मस्ताना
आ गया हलवा वाला...
दो
आ गया आ गया
हलवा वाला आ गया
भूख मिटाने आ गया
प्यास बुझाने आ गया
आ गया...
भैया सुबह से भूखा-भूखा
फूल-सा मुखड़ा सूखा-सूखा
आया हलवा वाला तो हँसी आई
हलवा खा के भैया राजा
झूमे नाचे बजा के बाजा
भोले-भोले चेहरे पे ख़ुशी छा गई
आ गया हलवा वाला...
दीदी कितना अच्छा होता
हलवे का कोई पर्वत होता
सारे बच्चे मिलकर जाते
लगती भूख तो हलवा खाते
फिर कोई भूखा ना रोता
कोई डाकू चोर ना होता
फिर ना होती मारा-मारी
काला धंधा चोर बज़ारी
आ गया हलवा वाला...
Music By: बप्पी लाहिरी
Lyrics By: अनजान
Performed By: उत्तरा केलकर, विजय बेनेडिक्ट, सारिका कपूर
एक
आ गया आ गया
हलवा वाला आ गया
रंग जमाने आ गया
धूम मचाने आ गया
आ गया...
हलवा वाला छैल छबीला
बाँका रसिया रंग रंगीला
ये आये तो जलवा क्या दिखा जाये
हलवा ऐसा मस्त खिलाये
नस-नस में मस्ती लहराये
सारी महफ़िल ये झूमे नाचे गाये
आ गया हलवा वाला...
हलवा केक है हिन्दुस्तानी
गाके बचपन खाये जवानी
खा के इसे बुढ़ापा कभी नहीं आये
खुशियों के मौके पर काटो
छोटे बड़े सभी में बाँटों
हलवा खा के जीने का मज़ा आये
आ गया हलवा वाला...
हलवे वाले तुझमें क्या क्या खूबियाँ हैं?
मुझमें प्यार की गर्मी
अरे दिल में हुस्न की नरमी
खुशियों का दीवाना
ग़म से हूँ बेगाना
अच्छा? हाँ!
मैं मस्ती का प्याला
मनमौजी दिलवाला
अरे मस्त अदा मतवाली
हर जलवा मस्ताना
आ गया हलवा वाला...
दो
आ गया आ गया
हलवा वाला आ गया
भूख मिटाने आ गया
प्यास बुझाने आ गया
आ गया...
भैया सुबह से भूखा-भूखा
फूल-सा मुखड़ा सूखा-सूखा
आया हलवा वाला तो हँसी आई
हलवा खा के भैया राजा
झूमे नाचे बजा के बाजा
भोले-भोले चेहरे पे ख़ुशी छा गई
आ गया हलवा वाला...
दीदी कितना अच्छा होता
हलवे का कोई पर्वत होता
सारे बच्चे मिलकर जाते
लगती भूख तो हलवा खाते
फिर कोई भूखा ना रोता
कोई डाकू चोर ना होता
फिर ना होती मारा-मारी
काला धंधा चोर बज़ारी
आ गया हलवा वाला...
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