Movie/ Album: सनम (1997)
Music By: आनंद-मिलिंद
Lyrics By: समीर
Performed By: अभिजीत, कविता कृष्णमूर्ति
कसम से, कसम से
कसम खा के, कह दो कसम से
कभी अब ना रूठोगे अपने सनम से
कसम से...
ऐसे कैसे भला, मुस्कुराता रहूँ
तुम शरारत करो, मैं मनाता रहूँ
कसम से...
मुझसे अनजाने में, हो गई ये ख़ता
इतने भोले हो तुम, ना मुझे था पता
कसम से कसम से...
कसम खा के मैं बोलूँ कसम से
कभी अब न रूठूँगा अपने सनम से
Music By: आनंद-मिलिंद
Lyrics By: समीर
Performed By: अभिजीत, कविता कृष्णमूर्ति
कसम से, कसम से
कसम खा के, कह दो कसम से
कभी अब ना रूठोगे अपने सनम से
कसम से...
ऐसे कैसे भला, मुस्कुराता रहूँ
तुम शरारत करो, मैं मनाता रहूँ
कसम से...
मुझसे अनजाने में, हो गई ये ख़ता
इतने भोले हो तुम, ना मुझे था पता
कसम से कसम से...
कसम खा के मैं बोलूँ कसम से
कभी अब न रूठूँगा अपने सनम से
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