Movie/Album: हत्या (1988)
Music By: बप्पी लाहिरी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: कीर्ति कुमार
पहले तुमसे प्यार था
अब मुझे प्यार से प्यार
तुम ही नहीं मेरी बाहों में
अब सारा संसार
मैं तो हूँ सबका मेरा ना कोई
मेरे लिये कोई आँख ना रोई
मैं तो हूँ सबका...
ताज अगर मैं बनवा सकता
दिल ना किसी ने तोड़ा होता
मेरी ही मुमताज़ ने मुझको
यूँ ना अकेला छोड़ा होता
मैं तो हूँ सबका...
बड़े-बड़े ये महलों वाले
दिल के तो छोटे ही निकले
बहुत चमकने वाले सिक्के
परखा तो खोटे ही निकले
मैं तो हूँ सबका...
ऊपर वाले ने बन्दों से
कैसा ये इन्साफ किया है
रहना था पलकों पे जिनको
काँटों पे उनको छोड़ दिया है
मैं तो हूँ सबका...
Music By: बप्पी लाहिरी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: कीर्ति कुमार
पहले तुमसे प्यार था
अब मुझे प्यार से प्यार
तुम ही नहीं मेरी बाहों में
अब सारा संसार
मैं तो हूँ सबका मेरा ना कोई
मेरे लिये कोई आँख ना रोई
मैं तो हूँ सबका...
ताज अगर मैं बनवा सकता
दिल ना किसी ने तोड़ा होता
मेरी ही मुमताज़ ने मुझको
यूँ ना अकेला छोड़ा होता
मैं तो हूँ सबका...
बड़े-बड़े ये महलों वाले
दिल के तो छोटे ही निकले
बहुत चमकने वाले सिक्के
परखा तो खोटे ही निकले
मैं तो हूँ सबका...
ऊपर वाले ने बन्दों से
कैसा ये इन्साफ किया है
रहना था पलकों पे जिनको
काँटों पे उनको छोड़ दिया है
मैं तो हूँ सबका...
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