ज़िन्दगी महक जाती है - Zindagi Mahak Jaati Hai (Lata Mangeshkar, Yesudas, Hatya)

Movie/Album: हत्या (1988)
Music By: बप्पी लाहिरी
Lyrics By: इन्दीवर
Performed By: लता मंगेशकर, येसुदास

ज़िन्दगी महक जाती है, हर नज़र बहक जाती है
ना जाने किस बगिया का फूल है तू मेरे प्यारे
आ रा रु...

तुझे पास पा के मुझको, याद आया कोई अपना
मेरी आँखों में बसा था, तेरे जैसा कोई सपना
मेरे अंधियारे मन में, चमकाए तूने तारे
आ रा रु...

जमीं पे रहूँ या फ़लक पर
तेरे आस-पास हूँ मैं
दुआओं का साया बनकर
तेरे साथ-साथ हूँ मैं

सारे जग में ना समाये, आँखों में है प्यार इतना
तन्हाँ हूँ मैं भी उतना, तन्हाँ है तू जितना
तेरा मेरा दर्द का रिश्ता, देता है दिल को सहारे
आ रा रु...
ज़िन्दगी महक जाती है...

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