Movie/ Album: गरम मसाला (2005)
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: मयूर पूरी
Performed By: सोनू निगम, उदित नारायण
फ़लक देखूँ, ज़मीं देखूँ
जहाँ देखूँ तेरा चेहरा वहीँ देखूँ
हर इक मंज़र, तेरा मंज़र
वो क्या मंज़र
जहाँ तुझको नहीं देखूँ
फ़लक देखूँ, ज़मीं देखूँ...
है किसने तराशा ये बदन मरमरी सा
ये ख़्वाबों भरी आँखें, ये चेहरा परी सा
तू ही मेरा हासिल है, तू ही आरज़ू
बहारों को, नज़ारों को, सितारों को
जो तू ना हो नहीं देखूँ
फ़लक देखूँ, ज़मीं देखूँ...
छलकता है पलकों से, ये कैसा नशा है
नहीं होश में कोई, क्या दिलकश समां है
तेरा नूर छाया है, तेरा ही जुनूँ
ओ जाने अदा, तेरे जैसा नहीं मुमकिन
कहीं कोई हसीं देखूँ
फ़लक देखूँ, ज़मीं देखूँ...
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: मयूर पूरी
Performed By: सोनू निगम, उदित नारायण
फ़लक देखूँ, ज़मीं देखूँ
जहाँ देखूँ तेरा चेहरा वहीँ देखूँ
हर इक मंज़र, तेरा मंज़र
वो क्या मंज़र
जहाँ तुझको नहीं देखूँ
फ़लक देखूँ, ज़मीं देखूँ...
है किसने तराशा ये बदन मरमरी सा
ये ख़्वाबों भरी आँखें, ये चेहरा परी सा
तू ही मेरा हासिल है, तू ही आरज़ू
बहारों को, नज़ारों को, सितारों को
जो तू ना हो नहीं देखूँ
फ़लक देखूँ, ज़मीं देखूँ...
छलकता है पलकों से, ये कैसा नशा है
नहीं होश में कोई, क्या दिलकश समां है
तेरा नूर छाया है, तेरा ही जुनूँ
ओ जाने अदा, तेरे जैसा नहीं मुमकिन
कहीं कोई हसीं देखूँ
फ़लक देखूँ, ज़मीं देखूँ...
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