इक तू ही तू - Ik Tu Hi Tu (Hans Raj Hans, Shahid Mallya, Wadali Brothes, Mausam)

Movie/Album: मौसम (2011)
Music By: प्रीतम चक्रवर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: हंस राज हंस, शाहिद माल्या, वडाली ब्रदर्स

तेरा शहर जो पीछे छूट रहा
कुछ अंदर-अंदर टूट रहा
हैरान हैं मेरे दो नैना
ये झरना कहाँ से फूट रहा
जब-जब चाहा तूने रज्ज के रुलाया
जब-जब चाहा तूने खुल के हँसाया
जब-जब चाहा तूने खुद में मिलाया
इक तू ही तू ही तू ही तू ही तू ही

मेंडा तो है रब खो गया
मेंडा तो है सब खो गया
तेरियाँ मोहब्बताँ ने लुट्टी-पुट्टी साईयाँ
तेरियाँ मोहब्बता ने सच्चेयाँ सताईयाँ
खाली हाथ मोड़ी ना तू, खाली हाथ आईयाँ
मेंडा तो है रब खो गया
मेंडा तो है हाए सब खो गया
जब-जब चाहा तूने रज्ज के रुलाया...

काँच पे चलना, आँच में जलना
जितने भी दर्द हैं माये
सह ना सके ये जिंदड़ी
ज़हर को पी के, सूली पे जी के
निकले जो दम कभी
तो इन दर्दों से छूटे जिंदड़ी
यूँ वक्त कटे मेरी जान घटे
अरमान सभी टुकड़ों में बँटे
तेरियाँ जुदाईयाँ अग्गे दुःख सारे छोटे
तेरियाँ जुदाईयाँ अग्गे सुख सारे खोटे
पल-पल होते मेरे दिल दे टोटे
मेंडा तो है हाय

दिल की गागर से, सात सागर से
छलके हैं तो क्यों ये
पाँचों दरिया भी हैराँ हो गए
साज़ तन-मन के, सोने से खनके
साथ मेरे था जब मेरा
अब तो ये वीराँ हो गए
तेरे गम को मिटावाँ, कैसे तुझको भुलावाँ
कैसे लगियाँ निभावाँ, कैसे बिछड़े को पावाँ कैसे
तेरियाँ मोहब्बताँ ने हक़ भी दिए हैं
तेरियाँ मोहब्बताँ ने दुःख भी दिए हैं
तेरे बिना लख वारी मर के जिए हैं
मेंडा तो है, रब खो गया
जब-जब चाहा तूने रज्ज के रुलाया...

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