इस्क रिस्क - Isq Risk (Rahat Fateh Ali Khan, Mere Brother Ki Dulhan)

Movie/Album: मेरे ब्रदर की दुल्हन (2011)
Music By: सोहेल सेन
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: राहत फ़तेह अली ख़ान

कोई बोले दरिया है, कैसा-कैसा है इस्क
कोई माने सेहरा है, कैसा-कैसा है इस्क
कोई सोने सा तोले रे, कोई माटी सा बोले रे
कोई बोले के चांदी का है छुरा
होता ऐसे ये मौके पे, रोका जाए ना रोके से
अच्छा होता है होता है ये बुरा
कैसा ये इस्क है, अजब सा रिस्क है

मुस्किलों में ये डाले जो भी चाहे करा ले
बदले ये दिलों के फैसले
मन का मौजी इस्क तो जी
अलबेली सी राहों पे ले चले
कोई पीछे ना आगे है, फिर भी जाने क्यों भागे है
मारा इस्क का, इस्क का दिल मेरा, दिल मेरा
इसके-उसके ये हिस्से में, तेरे-मेरे ये किस्से में
मौला सीखे बिन, सीखे बिन दे सिखा
कैसा ये इस्क है...

नैना लागे तो जागे, बिना डोरी या धागे
बंधते हैं दो नैना ख्वाब से
ना अता हो, ना पता हो
कोरे नैनों में कोई आ बसे
इसका उसका ना इसका है, जाने कितना है किसका है
कैसी भासा में, भासा में है लिखा, इस्क है
इसके उसके ये हिस्से में, तेरे मेरे ये किस्से में
मौला सीखे बिन, सीखे बिन दे सिखा
कैसा ये इस्क है...
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